संवाददाता,घाटमपुर। बिधनू सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एक महिला की ऑपरेशन के लगभग 15 घंटे बाद मौत हो गई। मृतका के परिजनों ने नर्स पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा कर आरोप है कि दर्द से कराह रही महिला की मदद के बजाय नर्स सोती रही और दर्द का इंजेक्शन बाहर से मंगवाया गया, जिसके बाद महिला की हालत और बिगड़ती गई।
औंधा के रमजीपुरवा निवासी किसान कमलेश कुमार की पत्नी पूजा (30) को सोमवार रात प्रसव पीड़ा होने पर बिधनू सीएचसी में भर्ती कराया गया था। मंगलवार दोपहर डॉ. मनीषा शुक्ला ने ऑपरेशन कर बच्ची का सुरक्षित जन्म कराया। पति कमलेश के मुताबिक, देर रात 12 बजे पूजा को होश आया तो वह पेट दर्द की शिकायत करने लगी। इस पर उन्होंने ड्यूटी पर मौजूद स्टाफ नर्स सीमा वर्मा को जगाने की कोशिश की, लेकिन कई बार दरवाजा खटखटाने के बावजूद नर्स नहीं उठी। सुबह करीब साढ़े चार बजे पूजा असहनीय दर्द से कराहने लगी। पति ने एक बार फिर नर्स को जानकारी दी। नर्स ने बाहर से दर्द का इंजेक्शन लाने को कहा और खुद कमरे में जाकर दोबारा सो गई। अस्पताल परिसर में कोई मेडिकल स्टोर न खुला होने के कारण कमलेश उरियारा चौराहे से एक मेडिकल खुलवाकर इंजेक्शन लाया। सुबह पांच बजे नर्स ने इंजेक्शन लगाया, जिसके कुछ ही देर बाद पूजा की हालत बिगड़ गई। स्थिति बिगड़ते देख आकस्मिक ड्यूटी पर तैनात डॉ. अजीत कुमार को बुलाया गया, लेकिन तब तक पूजा की मौत हो चुकी थी। घटना से आक्रोशित परिजनों ने अस्पताल परिसर में हंगामा शुरू कर दिया। सूचना पर पहुंचे एसीएमओ डॉ. रविंद्र प्रताप मिश्र और सीएचसी अधीक्षक डॉ. नीरज सचान ने जांच और उचित कार्रवाई का आश्वासन देकर परिजनों को शांत कराया। परिजनों ने पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर शव को घर ले जाने का फैसला लिया। अधीक्षक डॉ. नीरज सचान ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। सीएचसी में मौजूद दर्द निवारक इंजेक्शन होने के बावजूद बाहर से दवा मंगवाने के पीछे की क्या वजह भी जांच का विषय है।
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