अपर श्रम आयुक्त ने साइबर क्राइम से संबंधित प्रतियोगिता में किया प्रतिभाग – जालसाजों पर लगाम लगाने हेतु हम सभी को रहना होगा सतर्क

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हरिशंकर शर्मा
कानपुर। अपर श्रम आयुक्त श्रीमती सौम्या पाण्डेय ने मर्चेंट चौंबर हॉल सिविल लाइन में फिक्सी कार्यक्रम साइबर क्राइम से संबंधित प्रतियोगिता में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग किया।
कानपुर। अपर श्रम आयुक्त, सौम्या पांडे द्वारा मर्चेंट चौंबर हॉल कानपुर सिविल लाइन में फिक्सी कार्यक्रम साइबर क्राइम से संबंधित प्रतियोगिता में प्रतिभाग किया गया। जिसमें उनके द्वारा ऑनलाइन साइबर क्राइम से बचने के एवं साइबर क्राइम क्या है के संबंध में अपने विचार व्यक्त किए गए। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में इंटरनेट का उपयोग बहुत ही ज्यादा तेज गति से हो रहा है जिसके कारण आने वाले समय में भी इंटरनेट का प्रयोग बढ़ाने वाला है जितना ज्यादा इंटरनेट से कामों को आसानी से कर सकेंगे उतना ही ज्यादा साइबर क्राइम का भी तेजी से दुरुपयोग किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज कई लोगों को साइबर क्राइम के कारण नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। यह एक ऐसा क्राइम है जो की ऑनलाइन इंटरनेट द्वारा होता है इसके लिए तरह-तरह के कोडिंग का इस्तेमाल होता है जिसके द्वारा किसी की निजी जानकारी को हैक कर लिया जाता है। ऑनलाइन डिजिटल अनेक प्रकार से हैकिंग करना साइबर क्राइम होता है। साइबर क्राइम दो शब्दों से मिलकर बना हुआ है साइबर का मतलब ऑनलाइन इंटरनेट इत्यादि द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाला यंत्र तकनीक तरीका क्राइम का मतलब होगा अन्य तरह का गलत काम को करना जैसे चोरी करना, सामान चुरा लेना ,जानकारी चुरा लेना , उस पर अपना अधिकार जमाना यह सब कुछ एक क्राइम के तहत ही आता है। अपर श्रमायुक्त ने कहा कि साइबर क्राइम का शिकार ना होने का सबसे महत्वपूर्ण तरीका है कि जहां भी अपना अकाउंट क्रिएट करते हैं या किसी प्रकार की ऑनलाइन काम करते हैं तो सबसे पहले एक स्ट्रांग पासवर्ड बनाएं जिसको आसानी से हैंक नहीं किया जा सके और उसको छेड़छाड़ करने से रोका जा सके। साइबर क्राइम से बचने के लिए सबसे जरूरी है कि अपने स्मार्टफोन या कंप्यूटर में एंटीवायरस का प्रयोग करें क्योंकि एंटीवायरस आपके सिस्टम को सुरक्षित रखता है। वैसा किसी प्रकार के लिंक या वायरस को प्रवेश करने से रुकता है जो आपका डाटा को हैक नष्ट या क्षति पहुंचा सके साथ ही वाईफाई का उपयोग करने से बचे हैं और हमेशा पर्सनल कंप्यूटर का उपयोग करें। इस प्रतियोगिता में राहुल मिश्रा, दि साइबर सेफ्टी गुरु और साइबर सिक्योरिटी एडवाइजर यू पी पुलिस के साथ विशाल विक्रम सिंह, एसपी स्पेशल टास्क फोर्स के द्वारा भी बहुत सी जानकारियां दी गई एवं प्रतियोगिता में प्रतिभाग किया गया इसके साथ ही प्रतियोगिता में आए हुए छात्र-छात्राएं एवं सदस्य गणों का धन्यवाद ज्ञापित किया गया।


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