कानपुर। भारतीय विरासत और मूल्यों की रक्षा का आह्वान करते हुए सनातन सांस्कृतिक संघ द्वारा 18 दिसंबर को झांसी से सनातन रक्षा यात्रा 2.0 का शुभारंभ किया गया।
जिसमें सभी सनातनी भाइयों एवं बहनों ने बड़ी संख्या में एकत्रित होकर अपना अभूतपूर्व समर्थन दिया।
सनातन सांस्कृतिक संघ की अध्यक्षा हरिप्रिया भार्गव के नेतृत्व में चलाए जा रहे इस जन आंदोलन का उद्देश्य भारत के सामने खड़ी सांस्कृतिक और धार्मिक चुनौतियों से निपटने के लिए समस्त सनातनियों को एकजुट करना है। यात्रा आज कानपुर पहुंची और लखनऊ के लिए रवाना होगी।
रक्षा यात्रा के शुभारंभ के अवसर पर मौजूद मीडिया से बात करते हुए हरिप्रिया भार्गव ने बताया, “इस रथ यात्रा में कम से कम ढाई तीन हजार लोग शामिल हैं। हम लगभग 50 बसों और 50 गाड़ियों के साथ निरंतर आगे बढ़ रहे हैं। हमारे साथ बाइक पर भी लोग चल रहे हैं। सब लोग मिलकर एक साथ इस यात्रा को इस उद्देश्य के साथ निकाल रहे हैं, कि बांग्लादेश में सनातनी भाई बहनों के साथ जो नरसंहार हो रहा है, वहाँ के सनातनी मंदिरों, जिनालय, गुरुद्वारों का जो विध्वंस किया जा रहा है,गौ माता की हत्या हो रही है,वो भी खुले आम,इस सबके खिलाफ हम सबको मिलकर आवाज उठानी है,और यही आवाज सरकार तक पहुँचाने के लिए हम यह रक्षा यात्रा निकाल रहे हैं। हम अपनी बात गवर्नर के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति तक पहुँचाना चाहते हैं, ताकि प्रदेश सरकार इस दिशा में कड़े कदम उठाए। यात्रा के अगले कार्यक्रम के बारे में हरिप्रिया भार्गव ने बताया कि यह रक्षा यात्रा झांसी से निकलकर उरई होते हुए कानपुर पहुंची। उसके अगले दिन यात्रा को गंगा आरती और पूजन के बाद लखनऊ की ओर ले जाया जाएगा। वहाँ जाकर महामहिम को अपना प्रस्ताव सौंपते हुए ज्ञापन दिया जाएगा। फिर यह यात्रा अयोध्या की ओर प्रस्थान कर जाएगी।
अयोध्या में सभी लोगों के लिए सामूहिक मंत्रोच्चार और पूजा पाठ के साथ रामलला के दर्शन की व्यवस्था की गई है। हरिप्रिया भार्गव ने यह भी कहा कि हमारी श्रृद्धा है कि जब हम लोग मिलकर पूरे भक्तिभाव से प्रार्थना करेंगे, तो निश्चित रूप से बांग्लादेश में हो रहा नरसंहार रुकेगा और सभी सनातनी बहन भाईयों और गौमाता की रक्षा होगी।
“क्या भारत सरकार इस मामले में चिंतित नहीं है अथवा पहल नहीं कर रही है”
पत्रकारों के इस सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, ‘‘भारत सरकार पहले से कार्य कर रही है। वो पहल कर रहे हैं। हम सारे सनातनी भाई-बहन मिलकर अपनी ओर से पहल कर रहे हैं। अपना एक संदेश जन-जन तक पहुँचा रहे हैं ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इससे जुड़ें और मिलकर, एक होकर अपनी आवाज सभी लोगों एवं सरकार तक पहुँचाएं।
” इस रक्षा यात्रा में झांसी, ललितपुर, कानपुर,उरई और लखनऊ आदि सभी जगहों के लोग बढ़ चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं। रक्षा यात्रा में गाड़ियों में कम से कम 3000 लोग आगे की ओर बढ़ रहे हैं।
पत्रकारों के माध्यम से सभी सनातनियों को संबोधित करते हुए हरिप्रिया भार्गव ने कहा, “अभी मेरा सभी से एक ही अनुरोध है कि सभी लोग उठो, बाहर निकलो और एक साथ मिलकर चलो। आओ हम सभी मिलकर इस यात्रा को सफल बनाएं और जो हिंदू सनातनी भाई-बहन सोए हुए हैं,उन सबसे मेरा आह्वान है कि अब सोने का वक्त नहीं है,अब जाग जाओ और अपने-अपने घरों से निकलकर सनातन की रक्षा के लिए अपनी आवाज उठाओ।”
हरिप्रिया भार्गव के नेतृत्व में आयोजित यह सनातन रक्षा यात्रा 2.0 तीन मुख्य आह्वान कर रही है। पहला आह्वान है कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा हो तथा दूसरा देश में गौहत्या पर प्रतिबंध लगे एवं गंगा नदी में प्रदूषण के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करके उसे प्रदूषण मुक्त किया जाए जिसमें सनातन सांस्कृतिक संघ का मिशन शांति,श्रद्धा और वीरता में निहित है। संघ सामाजिक सद्भाव और आध्यात्मिक उन्नति को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। वसुधैव कुटुम्बकम (विश्व एक परिवार है) के दर्शन से प्रेरित इस संस्था का उद्देश्य जाति और सामाजिक बंधनों से परे भारतीय संस्कृति की विविध परंपराओं से एकजुट करना है।