उन्नाव। ग्रीन भारत अभियान के तहत पर्यावरण संरक्षण के प्रति अनवरत किए जा रहे जुझारू प्रयासों हेतु उन्नाव पुलिस कंट्रोल रूम प्रभारी सीनियर सब इंस्पेक्टर अनूप मिश्रा अपूर्व , बच्चों की ग्रीन आर्मी बना समुदाय में जागरूकता अभियान चला रही कटरी पीपरखेड़ा, कंपोजिट विद्यालय उन्नाव में कार्यरत राज्य पुरुस्कार प्राप्त शिक्षिका एवं एस .आर.जी. डॉ .रचना सिंह को ए बी एम फाउंडेशनके संस्थापक अमोल भगत द्वारा नई दिल्ली स्थित राजा राम मोहन राय मेमोरियल आडियोटोरियम में आयोजित भव्य समारोह में मुख्य अतिथि बॉलीवुड अभिनेता सुमित मलाहान द्वारा गाँधी पीस इंटरनेशनल अवार्ड से सम्मानित किया गया।आयोजक अमोल भगत ने बताया कि सामाजिक सेवा और राष्ट्र निर्माण में लगे देश प्रदेश के 25 लोगों को यह सम्मान प्रदान किया गया। सब इंस्पेक्टर अनूप मिश्रा अपूर्व को यह सम्मान विभिन्न जनपदों में पर्यावरण के प्रति चलाए जा रहे उनके अभियान,वृक्षारोपण के कार्यों में उनके अभूतपूर्व योगदान, बाल चौपाल के जरिये जरूरतमंद बच्चों की शिक्षा के लिए तथा शिक्षिका डॉ रचना सिंह को यह सम्मान जनपद में पर्यावरण जागरूकता की उनकी मुहिम तथा अपने विद्यालय सहित कई विद्यालयों में वृक्षारोपण के प्रयासों और अधिक से अधिक पौधारोपण कार्यक्रम संयोजित करवाने के कार्यों को देखते हुए प्रदान किया गया।
इस सम्मान को प्राप्त करने पर अनूप मिश्रा अपूर्व और डा रचना सिंह ने ए बी एम परिवार का आभार व्यक्त किया । अनूप ने कहा कि पेड़ों की रक्षा में हमें अपना अधिक से अधिक योगदान देना चाहिए। गाँधी जी के सत्य , अहिंसा , त्याग और कर्मयोग के सेवापथ से प्रेरणा लेकर राष्ट्र सेवा के लिए हम सभी को आगे आना चाहिए, जिम्मेदार नागरिक एक सशक्त राष्ट्र की पहचान है जिसका राष्ट्र सेवा में बहुत बड़ा योगदान होता है। हमारी पहचान हमारे देश से बनती है और हमसे ही हमारा देश है। केवल सरकार द्वारा नियम कानून बनाना या अभियान एवं कार्यक्रम चलाना पर्याप्त नहीं है, यदि हम अपने देश को ऊंचाइयों के शिखर पर देखना चाहते हैं तो देश के प्रत्येक नागरिक को अधिकारों के साथ कर्तव्यों का भी पालन करना होगा। डा रचना सिंह ने कहा कि एक शिक्षक होने के नाते हमारा पूरा जीवन ही दायित्व से भरा हुआ है। शिक्षक केवल छात्र का भविष्य ही नहीं, बल्कि पूरे राष्ट्र के भविष्य का निर्माता होता है। कार्यक्रम में रीना पाण्डेय, ओम प्रकाश सिंह सहित देश प्रदेश की कई नामचीन हस्तियां शामिल हुईं।