खतरे के निशान से ऊपर पहुंचा यमुना का बढ़ने वाला जल स्तर होने लगा कम, फसलों को हुआ भारी नुकसान,ग्रामीणों के साथ प्रशासन ने भी महसूस की राहत,नावों के साथ खाने पीने व सुरक्षित स्थानों पर रहने की समुचित व्यवस्था

0
13

संवाददाता,घाटमपुर। यमुना नदी के बढ़ते जलस्तर से परेशान ग्रामीणों व प्रशासन के लिए शनिवार के दिन जलस्तर कम होने से सभी ने राहत की सांस ली! लेकिन नुकसान को देखते हुए किसानों के चेहरों में मायूसी छाई है!नुकसान का आंकलन खेतों से पानी खाली होने के बाद ही हो सकेगा। शुक्रवार की शाम जलस्तर खतरे के निशान 103.3 मीटर से ऊपर 107.2 मीटर रहा वहीं शनिवार की दोपहर तक 107.2 मीटर पर आ गया। बाढ़ से गड़ाथा व कटरी गांव के सबसे अधिक ग्रामीण व किसान प्रभावित हुए हैं। जलस्तर घटने से यमुना तटवर्ती गांवों के ग्रामीणों ने जहां राहत की सांस ली है वहीं फसलों के जलमग्न होने से उनको भारी नुकसान भी पहुंचा है।यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंचते ही कटरी क्षेत्र में पानी प्रवेश होने लगता है। शुक्रवार को क्षेत्र के कटरी,गड़ाथा अमिरतेपुर आदि गांवों के किसानों की फसलें जहां जलमग्न हो गई थीं, वहीं गांवों में भी पानी के घुसने को लेकर लोगों के साथ किसान भी परेशान हो गए। एसडीएम अबिचल प्रताप सिंह ने बाढ़ सेप्रभावित होने वाले गांवों का दौरा कर एहतियाती कदम उठाने शुरू कर दिए थे। कटरी गांव में गोवंशों को पहले ही ग्राम पंचायत सचिव आलोक कुमार व प्रधान प्रहलाद सिंह द्वारा ऊंचे स्थान पर काटर भेजा गया था। साथ ही बाढ़ प्रभावित लोगों के रहने व खाने की आवश्यक सामग्री जुटाकर इंतजाम भी बाखूबी किए जा रहे हैं!
यमुना नदी के बाढ़ से कटरी,गड़ाथा,काट र अमीरतेपुर, हरदौली,मऊ नखत,अकबरपुर बीरबल, गोरैयनपुर,रामपुर,लहुरीमऊ, असवारमऊ सहित कई गांवों की हजारों बीघे फसलें पूरी तरह जलमग्न होकर समाप्त हो चुकी हैं। उपरोक्त गांवों के संपर्क मार्ग पूरी तरह से जलमग्न हो चुके थे। जिनका पानी कम होने लगा है।लोगों को आने जाने के लिए एक मात्र नाव ही सहारा है। वहीं ग्राम पंचायत कटरी के घरों में बाढ़ का पानी भरने से छतों में तमाम लोगों ने डेरा डाल रखा है। जिनको सुरक्षित स्थानों पर रहने को भेजने के साथ ग्राम पंचायत सचिव आलोक कुमार व ग्राम प्रधान प्रहलाद सिंह द्वारा भोजन की व्यवस्था भी की जा रही है। व्यवस्थाओं को देख ग्रामीण संतुष्ट दिखे।

जलस्तर कम होने पर फसल के अन्य नुकसान का होगा आंकलन-एसडीएम

घाटमपुर तहसील क्षेत्र के यमुना तटवर्ती बाढ़ प्रभावित गावों में व्यवस्थाओं व पीड़ितों के सुरक्षित स्थानों पर रहने तथा उनके खाने की व्यवस्था की कमान संभाले एसडीएम अबिचल प्रताप सिंह का कहना है कि लोगों को कोई दिक्कत का सामना न करना पड़े इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं। बाढ़ के पानी उतर जाने के बाद जब स्थिति सामान्य होगी तब फसलों के साथ अन्य नुकसान का आंकलन कराए जाने के साथ शासन स्तर पर दी जाने वाली सहायता भी मुहैया कराई जाएगी।

देखे फोटो।


LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here