उन्नाव।हापुड़ जिले में लेखपाल सुभाष मीणा द्वारा की गई आत्महत्या के विरोध में उन्नाव के हसनगंज तहसील में सोमवार को लेखपाल संघ ने आक्रोश जताते हुए जोरदार धरना प्रदर्शन किया। तहसील परिसर में दर्जनों लेखपालों ने “अपमान और उत्पीड़न के खिलाफ”नारेबाजी की और वरिष्ठ अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए।
लेखपालों का आरोप
“अधिकारियों का रवैया अपमानजनक, झूठी शिकायतों पर हो रही कार्रवाइयां”
प्रदर्शन कर रहे लेखपालों ने कहा कि जिलाधिकारी स्तर के अधिकारियों द्वारा अधीनस्थ कर्मचारियों के साथ अशोभनीय और अपमानजनक व्यवहार किया जाता है। बिना किसी जांच के केवल शिकायत के आधार पर कार्रवाई कर दी जाती है, जिससे कर्मचारियों में भय और मानसिक दबाव का माहौल है।
प्रमुख मांगे:
मृतक सुभाष मीणा के आत्महत्या प्रकरण की उच्चस्तरीय जांच हो
पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता और नौकरी दी जाए
अधीनस्थ कर्मचारियों के साथ होने वाले अत्याचार और दमन पर रोक लगे
विभागीय कार्यशैली में संवेदनशीलता और न्याय की भावना लाई जाए
प्रदर्शन में शामिल प्रमुख नाम:
बृजेश प्रताप सिंह, विनय तिवारी, सचिन कनौजिया, पीयूष पांडे सहित दर्जनभर लेखपालों ने तहसीलदार कार्यालय के सामने धरना दिया। अंत में उपजिलाधिकारी प्रज्ञा पांडे को एक ज्ञापन सौंपा गया, जिसमें सभी मांगों को स्पष्ट रूप से उठाया गया।
तीखा सवाल प्रशासन से:
क्या अब भी लेखपालों की मानसिक स्थिति और सम्मान को नजरअंदाज किया जाएगा?
क्या आत्महत्याएं ही प्रशासन को संवेदनशील बनाएंगी?
लेखपाल संघ की चेतावनी:
अगर जल्द सुनवाई न हुई तो प्रदेश स्तर पर बड़ा आंदोलन किया जाएगा।