गौ सेवा को न केवल आध्यात्मिक पुण्य का मार्ग माना गया है

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कानपुर।भारतीय संस्कृति में गौ माता को वात्सल्यमयी माँ का स्थान प्राप्त है। गौ सेवा को न केवल आध्यात्मिक पुण्य का मार्ग माना गया है, बल्कि इससे जीवन में शांति,समृद्धि और स्वास्थ्य भी प्राप्त होता है। इसी भाव को समर्पित होकर कोआपरेटिव इस्टेट के चेयरमैन विजय कपूर ने दादा नगर औद्योगिक क्षेत्र स्थित गौशाला का भ्रमण किया एवं वहां की व्यवस्थाओं का गहन अवलोकन किया। उन्होंने स्वयं गौ माता की सेवा कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। इस पुण्य कार्य में उनके साथ कई युवा और प्रेरणास्पद उद्यमी भी सहभागी बने। इस अवसर पर युवा उद्यमी कार्तिक कपूर,विकेश गुप्ता,सतेंद्र मोहन धींगरा,परविंदर सिंह सहित अन्य उद्यमी साथियों ने भी गौमाता को चारा खिलाकर सेवा का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किया। चेयरमैन विजय कपूर ने कहा कि गौ सेवा आत्मिक बल देती है और सामाजिक चेतना को सशक्त करती है। ऐसे सेवाभाव से औद्योगिक क्षेत्र में सकारात्मक ऊर्जा और समरसता का संचार होता है। जब उद्यमिता,संस्कृति और सेवा का संगम होता है,तब समाज में एक नई रोशनी फैलती है।


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