उन्नाव।राशन कार्ड बनवाने के लिए आवेदन करने वाले व्यक्ति को आनलाइन पंजीकरण कराना होता है। फिर हार्ड कॉपी लेकर क्षेत्रीय पूर्ति कार्यालय में जमा करना होता है। सरकार की मंशा है कि एक बार आवेदन आनलाइन कराने के बाद स्वत राशन कार्ड बन जायेगा। किन्तु ऐसा नहीं है आनलाइन प्रकिया पूरी होने के बाद हार्ड कापी क्षेत्रीय पूर्ति कार्यालय में जमा करनी पड़ती है।बस वही से शुरु हो जाता है शोषण का दौर। आवेदन कर्ता को आज नहीं कल आना अथवा रिश्वत दो अन्यथा आपका आवेदन रद्दी की टोकरी में फेंक दिया जाएगा। यह दोहरी व्यवस्था गरीबों के हकों पर जहां एक तरफ जहां भारी पड़ रही है। वहीं भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रही है। अगर क्षेत्रीय पूर्ति कार्यालयो में जांच करा ली जाए बड़े पैमाने पर रद्दी की टोकरी में महीनों से फार्म पड़े मिलेंगे ।इसकी जांच होनी चाहिए।