उन्नाव।सरकार की ‘स्कूल मर्जर नीति’ पर कांग्रेस ने सीधा हमला बोला है। जिला कांग्रेस अध्यक्ष सुरेंद्र कुशवाहा ने बैठक में चेतावनी दी कि सरकार 5000 छोटे स्कूलों का मर्जर कर शिक्षा का अधिकार अधिनियम को रौंदने पर तुली है। कुशवाहा ने कहा – “सरकार चाहती है कि गरीब का बच्चा स्कूल ही न पहुंच पाए, ताकि शिक्षा केवल अमीरों तक सीमित रहे। यह सीधा संवैधानिक मूल्यों का गला घोंटना है।”
बैठक के बाद कांग्रेसियों ने नारेबाजी करते हुए जिला कांग्रेस कार्यालय से जिलाधिकारी कार्यालय तक जुलूस निकाला और महामहिम राज्यपाल के नाम ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर गरीबों के बच्चों से शिक्षा छीनी गई, तो कांग्रेस सड़कों पर उतरकर सरकार को घेरने से पीछे नहीं हटेगी।
इस दौरान शहर अध्यक्ष फैज फरुकी, उपाध्यक्ष हनुमत सिंह, चंद्र प्रकाश शुक्ला छून्ना, अनुराग सिंह, अजय गौतम, अमरेंद्र सिंह, कफनधारी, जावेद कमाल, प्रदीप शर्मा, बाबूराम निषाद, विजय अवस्थी, विनय दीप श्रीवास्तव, कमलेश तिवारी, तमय श्रीवास्तव, मणिकांत रावत, अजमेरी खान, जितेंद्र रावत, कंहई कुरील, सुभाष सिंह, सरोज भारती, रामेंद्र बहादुर, अमन कनौजिया, शेरशाह, रईस अहमद और अनीस बाबू समेत बड़ी संख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ता मौजूद रहे।
कुशवाहा ने तीखे लहजे में कहा “गरीब के बच्चे को पढ़ाई से रोकने की यह साजिश कांग्रेस बर्दाश्त नहीं करेगी। शिक्षा का अधिकार अधिनियम ताक पर रखने वालों को सड़कों पर उतरकर जवाब दिया जाएगा।