उन्नाव।अजगैन थाना क्षेत्र के दिरगज खेड़ा गांव में रविवार की दोपहर दिल को दहला देने वाली घटना हुई, जिसने पूरे गांव को मातम में डुबो दिया।
घर का बिजली बोर्ड ठीक करते वक्त करंट लगने से रामनरेश (45) और उनकी पत्नी कीर्ति (40) की मौके पर ही मौत हो गई। तीन बच्चों से मां-बाप का साया हमेशा के लिए छिन गया।
क्या हुआ था?
चार दिन से खराब पड़ा लाइट बोर्ड रविवार को रामनरेश खुद ठीक करने लगे। काम के दौरान ही तेज करंट ने उन्हें अपनी चपेट में ले लिया।
उनकी चीख सुनकर पत्नी कीर्ति दौड़ीं और उन्हें छुड़ाने की कोशिश में खुद भी करंट की चपेट में आ गईं।
कुछ ही देर में खेत से लौटे बेटे आदित्य (16) ने माता-पिता को अचेत पड़ा देखा और शोर मचाया। ग्रामीणों की मदद से दोनों को नवाबगंज सीएचसी ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
तीन बेटों पर टूटा दुखों का पहाड़
मृतक दंपति अपने पीछे तीन बेटे—ललित (18), आदित्य (16) और प्रियांशु (13)—को छोड़ गए हैं।
सदमे में डूबे तीनों मासूमों की आंखें मां-बाप को तलाश रही हैं, लेकिन घर की चुप्पी अब कभी न टूटेगी।
पुलिस ने शवों को भेजा पोस्टमार्टम के लिए
घटना की सूचना पर अजगैन कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने कहा—“यह प्रथम दृष्टया एक हादसा प्रतीत होता है, विस्तृत जांच जारी है।”
प्रशासन से मदद की गुहार
गांव में आक्रोश के साथ दुख भी है। ग्राम प्रधान समेत कई ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि अनाथ बच्चों को सहायता दी जाए—पढ़ाई, पालन-पोषण व भविष्य की जिम्मेदारी उठाई जाए।
