कानपुर। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, कानपुर शाखा द्वारा बुधवार को शाम 4ः00 बजे आईएमए भवन (सेवा मंदिर), परेड में, “उत्तर भारत में पड़ रही हीट वेव” के दौरान किए जाने वाले निवारक उपायों के संबंध में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई। प्रेस कॉन्फ्रेंस को आई.एम.ए. कानपुर के कार्यवाहक अध्यक्ष डॉ. आशीष शाह,आई.एम.ए. कानपुर के सचिव डॉ. विकास मिश्रा, डॉ. कुणाल सहाय (उपाध्यक्ष प्रभारी, वैज्ञानिक सब कमेटी), डॉ. शालिनी मोहन, (प्रोफेसर, नेत्र रोग विभाग, जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज) और डॉ. अनुराग मेहरोत्रा (वरिष्ठ मधुमेह रोग विशेषज्ञ) ने संयुक्त रूप से संबोधित किया। उन्होंने बताया कि किस तरह से हीट वेव से हीट वेव से सावधान रहें और गर्मी से बचाव ही सुरक्षा है।
आई.एम.ए. कानपुर के कार्यकारी अध्यक्ष, डॉ. ए. के. शाह ने बताया कि विगत कुछ दिनों से मौसम में काफी बदलाव देखा गया है और मौसम विभाग के अनुसार अगले कुछ दिन अत्यधिक गर्मी पड़ने का अनुमान है। वही आई.एम.ए. कानपुर के उपाध्यक्ष, डॉ. कुणाल सहाय ने बताया कि हीट वेव वह स्थिति है, जब तापमान सामान्य से कहीं अधिक होता है और शरीर पर सीधा प्रभाव डालता है। लंबे समय तक अत्यधिक गर्मी के संपर्क में रहने से हीट स्ट्रोक हो सकता है, जो एक गंभीर चिकित्सीय आपात स्थिति है। सीनियर पीडियाट्रिशियन व आईएमएएएमएस के चेयरमैन, डॉ.अनुराग मेहरोत्रा ने, हीट स्ट्रोक के लक्षण के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने लक्षण के बारे बताया कि अत्यधिक पसीना आना या पसीना अचानक बंद हो जाना( यह एक खतरनाक लक्षण है), तेज बुखार (40° या अधिक) होना, चक्कर आना या बेहोशी, सिरदर्द और उल्टी, त्वचा का लाल व सूखा होना, तेज़ दिल की धड़कन बढ़ जाना शामिल है। इसी क्रम में जी.एस.वी.एम. मेडिकल कालेज की सीनियर नेत्र रोग विशेषज्ञ, डॉ. शालिनी मोहन ने बताया कि इस मौसम में आंख के इंफेक्शन, कंजेक्टिवाइटिस, यू वी किरणों से फोटो क्रेटाइटिस , शरीर में पानी की कमी से आंखें में पानी की कमी से सूखने या ड्राई आई होने की संभावना बढ़ जाती है। आई.एम.ए. कानपुर के सचिव, डॉ. विकास मिश्रा ने सावधानी एवं बचाव के उपाय के बारे मे जानकारी देते हुए कहा कि दोपहर 12 बजे से 4 बजे तक घर से बाहर न निकलें, अधिक मात्रा में पानी और तरल पदार्थ पिएँ, जैसे नींबू पानी, छाछ, नारियल पानी, हल्के, ढीले और सूती कपड़े पहनें, धूप में निकलते समय छाता, टोपी या गमछा जरूर रखें, घर में बुजुर्गों, बच्चों और गर्भवती महिलाओं का विशेष ध्यान रखें, खुले मैदान, धूप या पार्किंग में खड़ी गाड़ियों में बच्चों या पालतू जानवरों को अकेला न छोड़ें व लू लगने पर तुरंत ठंडी जगह ले जाए। उन्होंने बताया कि गर्मी के मौसम में बढ़ते तापमान को देखते हुए आम जनता से अपील कर कहा कि वे हीट वेव (लू) और हीट स्ट्रोक से बचने के लिए आवश्यक सावधानियाँ बरतें और अगर जरूरी न हो तो भरी धूप में बाहर न निकले अथवा सर व शरीर ढक के निकले।