संवाददाता,घाटमपुर। साढ़ थाना क्षेत्र के लक्ष्मणखेड़ा में एक हत्या मामला का सच सामने आया है। पुलिस जांच में पता चला है कि पत्नी ने अपने प्रेमी भतीजे के साथ मिलकर पति की हत्या की योजना बनाई थी। 10 मई की रात को धर्मेंद्र पासी की हत्या के मामले में पुलिस ने पहले दो अन्य लोगों को गिरफ्तार किया था। बाद में घर के अंदर और बाथरूम में मिले खून के छींटों ने पुलिस को शक में डाला। जांच के दौरान पत्नी रीना की कॉल डिटेल्स से पता चला कि उसका मृतक के भतीजे सतीश से लगातार संपर्क रहा था दोनों के मोबाइल से अश्लील तस्वीरें भी बरामद हुईं।
पूछताछ में रीना ने स्वीकार किया कि उसके और सतीश के बीच प्रेम संबंध थे। धर्मेंद्र ने दोनों को एक बार रंगे हाथों पकड़ा भी था और दोनों पर पाबंदी लगा दी थी। इसके बाद दोनों ने धर्मेंद्र की हत्या की योजना बनाई।रीना ने 10 मई की रात धर्मेंद्र के खाने में नींद की गोलियां मिला दीं। धर्मेंद्र के बेहोश होने के बाद रीना ने दरवाजे की चौखट से उसके सिर पर कई वार किए। उक्त घटना के समय घर में केवल धर्मेंद्र की 75 वर्षीय बधिर मां मौजूद थी। पुलिस ने रीना और सतीश को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
कानपुर एडीसीपी साउथ महेश कुमार ने बताया कि धर्मेद्र का शव घर के बाहर मिला था, जबकि खून के छींटे घर के अंदर तक दिखाई दिए। इसके बाद घर की जांच करने पर पता चला, कि बाथरूम में भी खून के छींटे पड़े हुए थे। पुलिस ने शक के आधार पर घर के आंगन व बाथरूम का बेंजाडीन टेस्ट कराया, जिसमें आंगन और बाथरूम में खून के अंश दिखाई दिए। शव घर के बाहर और घर के अंदर खून देखते ही आलाधिकारियों को शंका हो गई। जिस पर सतीश और रीना के फोन का सीडीआर निकाला गया,जिसमें दोनों के बीच लंबी बातचीत ने सिद्ध किया कि हत्या में किसी घर के करीबी का हाथ है। दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो हत्या की बात दोनों ने कबूल कर ली। रीना ने बताया कि वह हत्या के बाद खून से सनी चौखट लेकर घर के भीतर गई। जिससे चौखट से खून टपकता हुआ दिखाई दे रहा था इस दौरान सतीश ने घर धोने और बाथरूम में कपड़े धोने को कहा था, जिसकी वजह से बाथरूम और आंगन में खून के अंश मिले थे। साढ़ थाना क्षेत्र के लक्ष्मणखेड़ा गांव में बीते 11 मई रविवार को सुबह चारपाई में धर्मेंद्र पासी का खून से लथपथ शव मिला था। पुलिस ने पत्नी रीना की तहरीर पर गांव के तीन लोगों पर हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। जांच के दौरान धर्मेंद्र पासी की नृशंस हत्या की जांच में फॉरेंसिक टीम के साथ डॉग स्क्वायड टीम को भी बुलाया गया। शव को सूंघने के बाद डॉग सबसे पहले आंगन पहुंचा फिर बाथरूम में जा घुसा। इसके बाद घर के बाहर निकलकर गलियों से होते हुए गांव के पश्चिम दिशा में आम की बगिया पहुंचा। फिर वापस आकर आंगन में ही घूमकर बैठ गया जिससे ऐसा अनुमान है कि कातिल घर का बहुत करीबी ही है। पासवानों और यादवों के विवाद का उठाया लाभ गांव में पासी और यादव समुदाय के लोग रहते हैैं। दोनों समुदायों का आपस में विवाद चलता है। जिसका फायदा सतीश और रीना ने उठाया था, इसी वजह से यादव समुदाय के तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। परिवार वालों ने आरोपियों की गिरफ्तारी तक शव न उठने की बात कहकर हंगामा किया था। जिसकी वजह से पुलिस ने दो नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। जांच में दूसरे आरोपी होने की वजह से पुलिस 169 की कार्रवाई करेगी।
कानपुर एडीसीपी साउथ महेश कुमार ने बताया कि रीना और सतीश को हत्या और साक्ष्य मिटाने और हत्या की साजिश करने में आरोपी बनाया गया है। दोनों के खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य मिले हैैं। जेल भेजे गए हैं दोनों युवकों के पक्ष में 169 की कार्रवाई करके उन्हें जेल से बाहर लाने में मदद मिलेगी।