उन्नाव।सफीपुर कोतवाली प्रभारी सुब्रत नारायण त्रिपाठी का मानवीय चेहरा बना चर्चा का विषय।प्रायः पुलिस के प्रति नकारात्मक सोच रखने वालो को सोचने को किया विवश कि हर पुलिस कर्मी एक जैसा नही होता है उनके अंदर भी इंसानियत जीवित रहती है।पुलिस अधीक्षक दीपक भूकर की उम्मीदों पर अपनी कार्यशैली से चंद दिनों में ही खरे उतर कर आम जन मानस का पुलसिया अंदाज से अलग हटकर दिल जीतने में एक ओर जहां सफल हो रहे है तो दूसरी ओर अपराधियों में खौफ भी पैदा कर रहे है कोतवाली प्रभारी सुब्रत नारायण त्रिपाठी।जब पुलिस पर लगते हो वसूली के आरोप तो अपने निजी कोश से गरीब एवम असहाय की मदद करने वाले कोतवाली प्रभारी श्री त्रिपाठी बन चुके है गरीब एवम असहाय के हर दिल अजीज।कल मंगलवार को थाना क्षेत्र के नैनीखेड़ा गांव में मार्ग दुर्घटना में मृतक बालिका के परिजनों को अपने निजी संसाधन अर्थात वेतन से आर्थिक मदद किए जाने की घोषणा की तो आज क्षेत्र के ग्रामीणांचल में हो रही उनकी मानवीय संवेदना की चर्चा।ग्रामीण बोले काश उनके सम कक्षीय/अधीनस्थ पुलिस कर्मी एवम अधिकारी भी उनसे सबक लेकर जो दिन रात पैसे की तड़प के लिए अमानवीय कृत्य करते है बदले अपनी कार्यशैली।