चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने कानपुर में लॉन्च किया सीयूसीईटी एडमीशन व स्कॉलरशिप पोर्टल

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कानपुर। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी, लखनऊ ने कानपुर में लॉन्च किया अपना एडमीशन व स्कॉलरशिप पोर्टल सीयूसीईटी 2025 सीयूसीईटी 2025 के माध्यम से 40 करोड़ रुपये तक की स्कालरशिप का लाभ ले सकेंगे छात्र 2500 करोड़ रुपये की लागत से बना देश का पहला एआई सपोर्टेड कैंपस, इंडस्ट्री रेडी वर्कफोर्स करेगा तैयार – डॉ मनोज जोशी, चांसलर सलाहकार, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी, यूपी चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने 23 ग्लोबल टॉप टेक कंपनियों के साथ किया एमओयू, युवाओं को एआई शिक्षा ही नहीं ग्लोबल जॉब्स व स्टार्टअप्स में भी आगे बढ़ने का मिलेगा अवसर – डॉ मनोज जोशी, चांसलर सलाहकार, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी, यूपी कानपुर, 15 अप्रैल – दुनिया की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में शुमार भारत अब वैश्विक एआई के हब के रूप में भी विकसित हो रहा है। भारत के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश के लखनऊ में देश की पहली एआई सिटी स्थापित करने की तैयारी भी चल रही है। इसी क्रम में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने भी उतर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में 2500 करोड़ रुपये की लागत से एआई-सपोर्टेड कैंपस की स्थापना की है। जिसके चलते चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी एआई सपोर्टेड कैंपस स्थापित करने वाली भारत की पहली निजी यूनिवर्सिटी भी बन गई है। यह कैंपस कानपुर- लखनऊ रोड पर स्थित उन्नाव के एससीआर क्षेत्र में है। जहां छात्र-छात्राओं को न सिर्फ एआई-सपोर्टेड शिक्षा प्रदान की जाएगी बल्की इंडस्ट्री रेडी वर्कफोर्स तैयार होगी। यह बात चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के चांसलर के सलाहकार डॉ मनोज जोशी ने कानपुर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दैरान उन्होंने बताया की उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी लखनऊ की स्थापना को मंजूरी दिए जाने के कुछ ही दिनों बाद चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी को अनुदान आयोग यूजीसी से भी मान्यता मिल चुकी है।
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी का यह नया एआई-सक्षम कैंपस इसी वर्ष यानी 2025-26 के शैक्षणिक सत्र से शुरू होगा। इसमें इंजीनियरिंग, बिजनेस, हेल्थ और लाइफ साइंसेज, ह्यूमैनिटीज, लिबरल आर्ट्स और लीगल स्टडीज जैसे प्रमुख क्षेत्रों में 33 ग्रेजुएट और 16 पोस्टग्रेजुएट ग्रेजुएट प्रोग्राम्स भी उपलब्ध कराये जाएंगे। इसके अलावा छात्र-छात्राओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ-साथ करोड़ों रुपये की स्कॉलरशिप की सहायता भी दी जाएगी जिससे उनकी शिक्षा में आर्थिक कमजोरी बाधा न बन सके, साथ ही चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने 23 ग्लोबल टॉप टेक कंपनियों के साथ एमओयू भी किया है, जो छात्रों के लिए “उ‌द्योग सहयोगी शिक्षा कार्यक्रम” की पेशकश करेंगे। जिससे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, डेटा साइंस, डेटा एनालिटिक्स, क्लाउड कंप्यूटिंग, फिनटेक और साइबर सिक्योरिटी जैसे भविष्य और उभरते क्षेत्रों के लिए इंडस्ट्री रेडी वर्कफोर्स तैयार करने
के साथ-साथ युवाओं को न केवल एआई सपोर्टेड शिक्षा बल्कि ग्लोबल लेवल की जॉब्स व स्टार्टअप्स में आगे बढ़ने का भी अवसर भी मिलेगा।
इसी क्रम में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी, लखनऊ में एआई फर्म रैबिट एआई की सहायता से 5 सेंटर ऑफ एक्सिलेंस (प्रथम चरण में 2 और दूसरे चरण में 3) की स्थापना भी की जाएगी। वहीं इस वर्ष 100 से अधिक कंपनियों के साथ सीयू लखनऊ ने अपने कॉर्पोरेट एडवाइजरी बोर्ड (सीएबी) का गठन भी किया है।
छात्र – छात्राओं को मिलेगा करोड़ों रुपये की स्कॉलरशिप का लाभ डॉ मनोज जोशी चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के स्कॉलरशिप प्रोग्राम पर बोलते हुए डॉ मनोज जोशी ने कहा की देश के निजी विश्ववि‌द्यालयों में अव्वल चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के उन्नाव कैंपस के 2025-26 शैक्षणिक सत्र में यूनिवर्सिटी अपने छात्र – छात्राओं को 40 करोड़ रुपये की स्कॉलरशिप प्रदान करेगा।
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की यह नई पहल उत्तर प्रदेश के युवाओं को एआई आधारित गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और रोजगार के अवसर प्रदान करने में मदद करेगी साथ ही उत्तरप्रदेश को डिजिटल और तकनीकी विकास के क्षेत्र में एक नई दिशा भी मिलेगी तथा यूपी के छात्र- छ्त्राओं को सीयूसीईटी (चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी कॉमन एंट्रेंस टेस्ट) के माध्यम से इस स्कॉलरशिप के लिए आवेदन कर लाभ ले सकेंगे।
उन्होंने कहा की चंडीगढ़ युनिवर्सिटी, लखनऊ ने छात्र- छ्त्राओं को साइंटिफिक रिसर्च के साधन उपलब्ध कराने के लिए सीवी रमन स्कॉलरशिप के माध्यम से तीन करोड़ रुपये की अतिरिक्त स्कॉलरशिप भी प्रदान करने की घोषणा की है। जो इनोवेशन और रिसर्च के कल्चर को बढ़ावा देने के लिए अपनी प्रतिबद्धता को मजबूत करती है साथ ही रिसर्च के क्षेत्र में किसी भी आर्थिक बाधा के समाधान में भी सहायक होगी।
डॉ मनोज जोशी ने सीयूसीईटी ( चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी कॉमन एंट्रेंस टेस्ट) 2025 पोर्टल लॉन्च करते हुए कहा की सीयूसीईटी के माध्यम से छात्र-छात्राएं स्कॉलरशिप के लिए आवेदन कर सकते हैं।
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी अपने कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (सीयूसीइटी) में प्राप्त अंकों के आधार पर प्रवेश देती है। इच्छुक उम्मीदवार यूनिवर्सिटी की वेबसाइट https://cucet.cuchd.in के माध्यम से प्रवेश व स्कॉलरशिप के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते है साथ ही सीयूसीईटी से संबंधित अधिक जानकारी के लिए 18002701411 टोल फ्री पर भी संपर्क कर सकते है। जिसका लक्ष्य हजारों छात्रों के शैक्षणिक सपनों को साकार करने के साथ ही इसके मध्य आने वाले तमाम आर्थिक बाधाओं का निवारण कर आने वाली पीढ़ी को रोजगार और एआई के क्षेत्र में नए अवसर तलाशने व अपने कौशल को सुधारने का सुलभ अवसर भी देना है।
इस अवसर पर चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार डॉ अजय यादव ने बताया की एआई के महत्व को समझकर यूपी के युवाओं को एआई के क्षेत्र में बढ़ाने व नए अवसरों के योग्य बनाने के उ‌द्देश्य से चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने यूपी में अपने पहले एआई आधारित कैंपस की शुरुआत की है।
कानपुर-लखनऊ रोड के उन्नाव एससीआर क्षेत्र स्थित चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी का कैंपस अपनी तरह का पहला ऐसा कैंपस होगा जो की छह मेन स्ट्रीम्स में 49 फ्यूचर ओरिएंटेड (33 ग्रेजुएट और 16 पोस्टग्रेजुएट) प्रोग्राम प्रदान करेगा।
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के विजन पर प्रकाश डालते उन्होंने कहा की सीयू पहले से ही इंडस्ट्री को साथ लेकर चल रहा है, जिससे यहां पढ़ने वाले छात्र छात्राओं को इंडस्ट्री के लिए पहले से ही तैयार किया जा सके।
इंडस्ट्री के लीडर्स से सुझाव लेकर चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने अपने पाठ्यक्रम को विशेष रूप से तैयार किया है जिसमें इंडस्ट्री विशेषज्ञों द्वारा छात्र छात्राओं को एआई सपोर्टेड एकेडेमिक प्रोग्राम्स, कोर्सेज, वर्कशॉप, सर्टीफिकेशन, इंडस्ट्री प्रोजेक्ट्स, टूल्स प्रशिक्षण, मॅटरशिप और स्किल सेट तैयार करने हेतु स्वयं प्रशिक्षण दिया जाएगा। जिसके चलते यहां के छात्र छात्राओं बड़ी कंपनियों में इंटर्नशिप के साथ साथ जॉब ऑफर का लाभ भी मिलेगा जिसके लिए चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने कई बड़ी टॉप टेक कंपनियों के साथ समझौते भी किए है। जिसके परिणामस्वरूप चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी लखनऊ भारत की पहली यूनिवर्सिटी बन गई है, जिसने यूपी में एक ही दिन में 23 ग्लोबल इंडस्ट्री जाइंट्स के साथ एमओयू किया है, जिनमें गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, एसएएस, आईबीएम, रैबिट एआई, क्विक हील केपीएमजी. एनएसई, पीडब्ल्यूसी और ग्रांट थॉर्टन, समेत एसीजी वर्ल्डवाइड ग्रुप. आरआर केबल लिमिटेड, हीथकार्ट. कॉम, सुबेक्स सिस्टम्स लिमिटेड, एचजीएस हिंदुजा ग्लोबल सॉल्यूशंस, आर्टसन लिमिटेड, टाटा एंटरप्राइजेज, कॉग्निजेंट टेक्नोलॉजी सर्विसेज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, फर्स्टक्राई (ब्रेनबीज सॉल्यूशंस लिमिटेड), इंफ्रा मार्केट, डीबी रियल्टी लिमिटेड,जेबीएम ऑटो लिमिटेड,जेएसडब्ल्यू एमजी मोटर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, पेज इंडस्ट्रीज लिमिटेड (जॉकी इंडिया) आदि शामिल रहे। जिससे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, डेटा साइंस, डेटा एनालिटिक्स, क्लाउड कंप्यूटिंग, फिनटेक और साइबर सिक्योरिटी के भविष्य और उभरते क्षेत्रों में इंडस्ट्री रेडी प्रोग्राम पेश किए जा सकें। उन्होंने बताया की इन एमओयू के अनुसार गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, एसएएस, आईबीएम, रैबिट एआई और क्विक हील सहित इंडस्ट्री की दिग्गज कंपनियां इंजीनियरिंग प्रोग्राम और केपीएमजी, एनएसई, पीडब्ल्यूसी और ग्रांट थॉर्टन बिजनेस और कॉमर्स प्रोग्राम पेश करेंगी। जिनमें कुल 15 कोर्सेज में से 8 यूजी प्रोग्राम- बीटेक सीएसई (एआई और एमएल), बीटेक सीएसई क्लाउड कंप्यूटिंग और डेटा साइंस,बीबीए (फिनटेक) , बीबीए (फिनटेक) एसीसीए के साथ, बी कॉम एसीसीए के साथ, बीसीए (डीएस), बीटेक सिविल इंजीनियरिंग और बीटेक (साइबर सिक्योरिटी) कॉम टीआईए के साथ पेश किए जाएंगे,जबकि सात पीजी प्रोग्राम- जिनमें एमटेक (एआई और एमएल), एमसीए (एआई और एमएल), एमबीए (डीएस और एआई) , एमबीए -एप्लाइड फाइनेंस, एमबीए -फिनटेक,एमबीए -बिजनेस एनालिटिक्स और एमबीए (बी ए) में पेश किए जाएंगे।


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