तीन दिवसीय हर्निया सर्जरी का जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज ऑडिटोरियम में किया जायेगा आयोजन

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कानपुर। सर्जिकल क्लब व जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज कानपुर द्वारा इंडियन एसोसिएशन ऑफ गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल इंडोसर्जनस व एसोसिएशन ऑफ़ सर्जनस ऑफ इंडिया उत्तर प्रदेश के तत्वाधान में तीन दिवसीय राष्ट्रीय हर्निया कांफ्रेंस फॉलोशिप इन एडवांस्ड हर्निया सर्जरी का 11, 12 व 13 अप्रैल 2025 को जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज, ऑडिटोरियम में आयोजन किया जाएगा। जिसमें विश्व में सबसे ज्यादा होने वाली हर्निया की बीमारियों के ऑपरेशन से सम्बंधित जटिलताओं और सुरक्षित विधि से ऑपरेशन की तकनीकियों के विषय में देश के विभिन्न स्थानों से आये सुप्रसिद्ध सर्जन्स अपने अपने विचार व्यक्त करेंगे।
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के डीन व प्रधानाचार्य डॉ. संजय काला ने मीडिया को सम्बोधित करते हुए कहा की कानपुर मेडिकल कॉलेज उत्कृष्ट चिकित्सा शिक्षा व स्वास्थ्य के क्षेत्र में अनुसंधान के लिए समर्पित है। फाल्स हर्निया कॉन्फ्रेंस इसी दिशा में उठाया गया एक महत्त्वपूर्ण कदम है, जिससे न सिर्फ प्रतिभागी शल्य चिकित्सक बल्कि आम जनता को भी लाभ मिलेगा।
फाल्स हर्निया कांफ्रेंस के ओर्गनइजिंग चेयरमैन व जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज सर्जरी के विभागाध्यक्ष डॉ.जीडी यादव ने बताया की कांफ्रेंस के अंतर्गत 15 से 20 निर्धन मरीजों को एडवांस दूरबीन से हर्निया सर्जरी 13 अप्रैल 2025 को निःशुल्क की जाएंगी तथा इसके लिए पंजीकरण 3 अप्रैल से 10 अप्रैल 2025 तक सर्जरी विभाग में किये जायेंगे।
फाल्स हर्निया कांफ्रेंस के ओर्गनइजिंग चेयरमैन व कानपुर सर्जिकल क्लब के अध्यक्ष डॉ. दीपक अग्रवाल ने बताया की कानपुर सर्जिकल क्लब कानपुर के सर्जन्स का एक उत्कृष्ट मंच है जिसमें लगातार सर्जरी के क्षेत्र में हो रहे आधुनिकीकरण व नित बदलते टेक्नोलाजी से सभी सदस्यों को अपडेट करता रहता है और वह मरीजों को विश्वस्तरीय सर्जरी उपलब्ध कराने में लगातार अपनी भूमिका भी निभा रहा है।
सर्जिकल क्लब कानपुर के चीफ पैट्रन व प्रदेश के सुप्रसिद्ध सर्जन डॉ.शिवाकांत मिश्रा द्वारा विशेषज्ञों को एंडोट्रेनेर्स की सहायता से प्रशिक्षित करते हुए व प्रतिभागियों को इ-पोस्टर व क्विज प्रतियोगिता आदि के द्वारा अपने शल्य कौशल व प्रतिभा को साझा करने का बेहतरीन अवसर मिला।
डॉ मिश्रा ने बताया कि अब उत्तर प्रदेश आधुनिक चिकित्सा एवं नै चिकित्सा प्रणालियों में लगातार प्रगति कर रहा है तथा मरीजों को विश्वस्तरीय शल्य चिकित्सा प्रदान कर रहा है।
इस कार्यक्रम के आयोजन सचिव डॉ शिवांशु मिश्रा ने बताया कि उत्तर प्रदेश में पहली बार हो रहे 3 दिन चलने वाले फाल्स हर्निया प्रोग्राम उन सभी शल्य चिकित्सकों के लिए एक मिल का पत्थर साबित होगा, जो आधुनिक हर्निया सर्जरी में निपुणता हासिल करना चाहते है। इस कांफ्रेंस में पुरे देश से 250 से ज्यादा सर्जन हिस्सा ले रहे है जिन्हे राष्ट्रीय ख्याति का हर्निया सर्जन कांफ्रेंस के पहले 2 दिन लेक्चर, पैनल डिस्कशन, एंडोट्रानेर्स व तीसरे दिन सजीव ऑपरेशन द्वारा हर्निया ऑपरेशन की आधुनिकतम ऑपेरशन व इसकी जटिलताओं से प्रतिभागियों को अवगत भी कराया गया है।
इस कांफ्रेंस के अंत में प्रतिभागी सर्जन का परीक्षा द्वारा मूल्यांकन किया जायेगा। सफल प्रतिभागियों को फैलोशिप इन एडवांस लेप्रोस्कोपिक सर्जरी फॉर हर्निया की उपाधि प्रदान की जाएंगी।
इस कांफ्रेंस का उद्घाटन 12 अप्रैल 2025 दोपहर 12 बजे जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्रेक्षागार में अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त पद्मश्री डॉ. प्रदीप चौबे के द्वारा किया जायेगा।
कार्यक्रम आयोजक डॉ. शिवांशु मिश्रा ने बताया सम्मलेन में सारे देश से लेप्रोस्कोपी के विद्वान पदम डॉ. प्रदीप चौबे नई दिल्ली, डॉ सथित मीनाक्षी सुंदरम होसुर, डॉ. एम. कनागवेल चेन्नई, डॉ. गन्नी भास्कर राव राजमुंदरी, डॉ. सुषमा सुरपनेनी विजयवाड़ा, डॉ. निधि खंडेलवाल मुंबई. डॉ प्रिया रंजन बिहार,डॉ. सुनील पोपट अहमदाबाद,डॉ. दीप गोयल नई दिल्ली,डॉ. तरुण मित्तल नई दिल्ली,डॉ. समीर रंजन नायक राजमुंदरी, डॉ मीनाक्षी शर्मा गुरुग्राम,डॉ लक्ष्मी कोना हैदराबाद,डॉ. ईश्वर मूर्ति इरोड, डॉ इशांत चौरसिया इंदौर,डॉ सतीश मिड्ढा रांची,डॉ मनीष बैजल नई दिल्ली,डॉ.राहुल महादार ठाणे,डॉ बी.कलैवानी बेंगलुरु,डॉ.गणेश शेनॉय बेंगलुरु, डॉ विवेक बिंदल नई दिल्ली,डॉ टी.शिवकुमार कन्याकुमारी,डॉ. रणदीप वधावन नई दिल्ली,डॉ नवीन अलेक्जेंडर चेन्नई आदि भाग ले रहे है‌।
तत्पश्चात राजामुद्री आंध्रप्रदेश से आये IAGES के उपाध्यक्ष डॉ. गन्नी भास्कर राव ने हर्निया सर्जरी सिमुलेशन व आर्टिफीसियल इंटेलोजन्स द्वारा हर्निया सर्जरी की ट्रेनिंग पर जोर देते हुए बताया कि इससे हर्निया सर्जरी में होने वाली जटिलताओं में कमी आएगी और नए सर्जन निपुणता हासिल करेंगे मुंबई से आई हर्निया सर्जन डॉ. निधि खंडेलवाल ने बड़े व उपेक्षित हर्निया की सफल सर्जरी के गुर प्रतिभागियों की सिखाये कांफ्रेंस के आयोजन अध्यक्ष व कानपुर मेडिकल कॉलेज सर्जरी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. जीडी यादव ने दशकों से चली आ रही चीर द्वारा हर्निया सर्जरी की विभिन्न विधियों पर प्रकाश डालते हुए अपने व्याख्यान में बताया की देश अधिकांश सर्जन चीरे द्वारा हर्निया की सर्जरी करते है उसको मरीजों के लिए पूरी तरह सुगम और सुरक्षित कैसे बनाया जा सकता है आज के पहले सत्र में कानपुर सर्जिकल क्लब के अध्यक्ष व फाल्स हर्निया कांफ्रेंस के आयोजक डॉ. दीपक अग्रवाल ने दूरबीन विधि से हर्निया सर्जरी के इतिहास व उपयोगिता पर प्रकाश डाला इसमें देश के विभिन्न भागों से आये हुए 300 से अधिक प्रतिभागियों के अलावा एसोसिएशन ऑफ़ सर्जन्स इंडिया के पूर्व अध्यक्ष डॉ. शिवाकांत मिश्रा, जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ.वीके मल्होत्रा,डॉ. राजीव भार्गव,डॉ. वी.एस. तिवारी तथा वरिष्ठ सर्जन डॉ.राजन लूथरा,डॉ.यूसी सिन्हा, डॉ.सीके सिंह,डॉ.एसके लूथरा डॉ.अभिमन्यु कपूर,डॉ.दमेले, डॉ. बीके गुप्ता,संजय काला आदि प्रबुद्ध जन मौजूद रहे।


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