उन्नाव।सेवानिवृत्त शिक्षकों ने बुधवार को बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) कार्यालय का घेराव कर नारेबाजी की। शिक्षकों का आरोप है कि बीएसए शासनादेश का पालन नहीं कर रहे हैं और उनकी लंबित वेतन वृद्धि की मांगों को नजरअंदाज किया जा रहा है।
बीएसए पर तानाशाही के आरोप
धरने में शामिल शिक्षकों ने “बीएसए की तानाशाही नहीं चलेगी” जैसे नारे लगाते हुए 2006 से 2015 तक के बकाया वेतन वृद्धि की मांग की। प्रदर्शनकारी शिक्षकों का कहना है कि वे पहले ही 800 से अधिक आवेदन जमा कर चुके हैं, लेकिन अधिकारियों ने अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया है।
धरने पर बैठे एक शिक्षक ने कहा, “हमने अपना जीवन शिक्षा को समर्पित कर दिया, लेकिन रिटायरमेंट के बाद भी हमें अपने हक के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है।”
शिक्षकों का यह भी आरोप है कि बीएसए कार्यालय के अधिकारी उनकी समस्याओं को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं, जिससे उन्हें अनिश्चितकालीन धरना देने को मजबूर होना पड़ा है।
धरना रहेगा जारी
शिक्षकों ने साफ कर दिया है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं की जातीं, वे धरने से नहीं हटेंगे। वहीं, बीएसए कार्यालय की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।