कानपुर। श्री शनि साई मंदिर गांधी नगर गणेश पार्क में आयोजित 25वें वार्षिकोत्सव के छठे दिवस को 71 बटुकों का यज्ञोपवीत संस्कार विधि-विधान से संपन्न हुआ। यज्ञ वेदी के चारों तरफ बैठे बटुकों ने यज्ञोपवीत के नियम पालन करने का वचन लिया।
आचार्य कृपा शंकर शुक्ला जी ने बताया कि वैदिक धर्म में यज्ञोपवीत एकादश संस्कार है, इस संस्कार में बटुक को गायत्री मंत्र की दीक्षा देते हुए यज्ञोपवीत धारण कराया जाता है। गायत्री मंत्र की दीक्षा देने के बाद बटुकों ने भिक्षा लेकर गुरु को अर्पण किया। बाद में मुख्य आचार्यों ने गुरु मंत्र भी दिया।
सायंकाल में श्रीमद्भागवत कथा सुनाते हुए कथा व्यास दीपक कृष्ण जी महाराज ने कहा कि आस्था और विश्वास के साथ भागवत प्राप्ति आवश्यक है। भागवत प्राप्ति के लिए निश्चय और परिश्रम भी जरूरी है।
इस अवसर पर कार्यक्रम संयोजक पार्षद महेंद्र नाथ शुक्ला, राजेंद्र नाथ शुक्ला, श्रीश शुक्ला,हेमंत मोहन गंगा शरण दीक्षित,आचार्य विनोद अग्निहोली,रंजीत भदौरिया, रश्मि शुक्ला,अमित तिवारी, राहुल दुबे, कुनाल तिवारी, आशीष सक्सेना,अभिषेक सिंह आदि उपस्थित रहे।