संवाददाता,घाटमपुर।कानपुर-सागर हाईवे पर 10 साल से टोल वसूली कर रही पीएनसी इंफ्रा कंपनी का टेंडर 21 जनवरी 2025 को समय सीमा समाप्त हो गई। एनएचएआई ने नए टेंडर में अलियापुर टोल प्लाजा वेलकम इंफ्रा और खन्ना टोल प्लाजा रायलदीप इंफ्रा को सौंपा है।नई कंपनियों ने पिछले 9 दिनों से ओवरलोड वाहनों के लिए टोल दरों में भारी बढ़ोतरी की है, पहले जहां ओवरलोड वाहनों से 60 रुपए टोल लिया जाता था, अब वह बढ़कर 280 रुपए हो गया है। इस हाईवे पर रोजाना 5 से 6 हजार ओवरलोड वाहन गुजरते हैं।
2015 में 373 करोड़ रुपये की लागत से बना 123 किलोमीटर लंबा नौबस्ता-हमीरपुर रोड अब नए नियमों के तहत संचालित हो रहा है। नई कंपनियां एनएचएआई के नियमानुसार ओवरलोड वाहनों से बेसिक दोगुना जुर्माना वसूल रही हैं।अलियापुर टोल प्लाजा मैनेजर राघवेंद्र तिवारी के अनुसार, अंडरलोड डंपर का टोल 280 रुपए है, जबकि ओवरलोड होने पर यह दोगुना होकर 560 रुपए हो जाता है। वाहन के ओवरलोड प्रतिशत के हिसाब से टोल की दर में और वृद्धि की जाती है।
सरकार ने ओवरलोडिंग पर वसूले जाने वाले टोल जुर्माने को वजन के अनुसार पांच तरह पर रखा था। सडक़ मंत्रालय की 25 सितंबर 2018 के गजट अधिसूचना के तहत 20 प्रतिशत तक अतिरिक्त वजन होने पर जुर्माने के तौर पर दो गुना टोल देना होगा। जबकि 20 से 40 प्रतिशत अतिरिक्त वजन पर चार गुना 40से 60 प्रतिशत अतिरिक्त वजन पर छह गुना तथा 60से 80प्रतिशत अतिरिक्त वजन पर आठ गुना टोल जुर्माना भरना होगा। जबकि केवल अस्सी से सौ प्रतिशत अतिरिक्त वजन पकड़े जाने पर ही टोल आपरेटर द्वारा दस गुना टोल की वसूली की जा रही है।