हमीरपुर। छतीसगढ़ राज्य के जिला बीजापुर के युवा पत्रकार मुकेश चंद्राकर की 1 जनवरी 2025 को भ्रष्टाचारियों और ठेकेदारों के द्वारा हत्या कर दी गई थी जिसके विरोध में आज राष्ट्रीय पत्रकार सुरक्षा परिषद के सदस्यों ने इस घटना की घोर निन्दा करते सरकार और देश के राष्ट्रिपति से पत्रकारों के प्रति बढ़ रही घटनाओ से अवगत कराया और पत्रकार के हत्यारों को फांसी की सजा के साथ पत्रकारों के सुरक्षा हेतु पत्रकार सुरक्षा बिल जल्द से जल्द लागू कराने की मांग रखी और मृतक के परिवार को 1 करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता के साथ साथ परिवार के भरण पोषण हेतु परिवार के शिक्षित युवक को सरकारी नौकरी प्रदान करने की बात रखी, वहीँ राष्ट्रीय पत्रकार सुरक्षा परिषद के जिला अध्यक्ष कपिल देव यादव ने बताया की पत्रकार अपनी पूरी जिम्मेदारी से कार्य करते देश के लोकतंत्र का चौथा स्तंभ की भूमिका निभाते कार्य करता है और यदि पत्रकार का जीवन ही सुरक्षित नहीं होगा तो देश की जनता का कानून व्यवस्था से विश्वास खत्म हो जायेगा। पत्रकारों के ऊपर आए दिन हमले हो रहे है फर्जी आरोप प्रत्यारोप लगाये जा रहे हैं और पत्रकारों को मानसिक व शारीरिक उत्पीडन किया जाता है, जिससे पत्रकार अपनी ईमानदारी से कार्य करने में अपने आप को सुरक्षित महसूस नहीं कर पा रहा है और ज्ञापन के साथ साथ संगठन के सभी सदस्यों ने जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक से मुलाकात करते जनपद में पत्रकारों के उपर लिखे जा रहे फर्जी मुकदमो से भी अवगत कराया जिस पर जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक दीक्षा शर्मा ने संगठन को भरोषा दिलाया की पत्रकारों से सम्बंधित शिकायतों पर बिना जाँच के मुकदमा नही लिखा जायेगा इस मौके पर राष्ट्रीय पत्रकार सुरक्षा परिषद के जिलाध्यक्ष कपिल देव यादव के साथ रविन्द्र कुमार भारतवंशी, अभिषेक गुप्ता, अजय कुमार प्रजापति, शशिकांत, कुलदीप ओमरे, !राजेश कुमार, शैलेन्द्र सिंह, नितिन यादव, सुमित सिंह, सुनील कुमार, उमेश चंद्र, संस्था के समस्त पदाधिकारियों के साथ अन्य पत्रकार भी मौजूद रहे।