मौदहा,हमीरपुर।छिमौली आवास घोटाले से प्रदेश पटल पर आ चुके मौदहा विकास खण्ड से एक बार फिर बड़े घोटाले की आहट सुनाई दे रही है जहां पर जिम्मेदार पदों पर बैठे जिम्मेदारों ने एक लाभार्थी का आवास कागजों में बनाकर सरकारी धन का बंदरबांट कर दिया जबकि पीड़ित ने मुख्यमंत्री के जनता दरबार से लेकर अधिकारियों, मंत्रियों और संत्रियों तक से न्याय की गुहार लगाई है।
कोतवाली क्षेत्र के ग्राम चकदहा निवासी राजेंद्र प्रसाद पुत्र रामचरन ने 2018-19 में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवेदन किया था जिसकी जांच उपरांत वह योजना में पात्र पाया गया और लेकिन जिम्मेदारों ने उसके आवास की धनराशि दूसरे खाते में डालकर आवास को कम्पलीट दिखा दिया।पीड़ित ने जब आरटीआई के माध्यम से जानकारी चाही तो चौकाने वाला खुलासा हुआ जहाँ पर तत्कालीन बीडीओ ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर पैसा दूसरे खाते में जाने की बात कही लेकिन जिस खाते में पैसा गया उससे रिकवरी की बात आज तक नहीं की गई।
एक ओर प्रदेश के मुखिया भ्रष्टाचार पर नकेल डालने की बात कहते नहीं थक रहे हैं लेकिन ऐसा मामला विकास खण्ड में फिर से एक बड़े घोटाले की आहट की ओर इशारा कर रहा है।