उन्नाव।गंजमुरादाबाद नगर के राम लीला मैदान में चल रही श्रीकृष्ण लीला महोत्सव में आज श्रीकृष्ण जन्म की लीला का मंचन किया गया। सर्व प्रथम कमेटी के सभी पदाधिकारियों द्वारा आरती की गई जिसके बाद वृंदावन से पधारी रासमंडली की टीम ने कृष्ण जन्म की लीला का शानदार मंचन किया। लीला के मंचन में दिखाया गया कि राजा कंस अपनी बहन देवकी की शादी वासुदेव से करता है और खुशी के साथ बहन को डोली में बैठाने ले जाता है। इसी बीच आकाशवाणी होती है कि जिस बहन को तुम डोली में विदा कर रहे हो उसी का बेटा तुम्हारा विनाश करेगा। यह सुनते ही कंस देवकी व वासुदेव को मारने का प्रयास करता है, लेकिन वासुदेव यह कहते हुए कंस को रोक लेते हैं कि उनके घर जो भी संतान होगी वह उन्हें सौंप देंगे। जिसके बाद कंस उन्हें जेल में बंद कर देता है। इसके बाद जब देवकी की सात संतान को जन्म लेते ही कंस मार डालता है। आठवीं संतान का जब जन्म होने का समय आता है तो सभी पहरेदार सो जाते हैं और अचानक जेल का ताला खुल जाता है तथा वासुदेव की हथकड़ी भी खुल जाती है। आठवीं संतान के रूप में भगवान श्रीकृष्ण जन्म लेते हैं। श्रीकृष्ण के जन्म लेने के बाद वासुदेव के समक्ष कई बाधाएं आती हैं, लेकिन कोई भी बाधा उन्हें छू भी नहीं पाती। इस मंचन को देखकर श्रद्धालु खूब आनंदित हुए और जय घोष लगाए। इस अवसर पर सैकड़ों की संख्या में लोग उपस्थित रहे।