अमौली,फतेहपुर।कस्बे में प्रति वर्ष लगने वाला ऐतिहासिक मेला हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी लगने जा रहा है।जिसका आगाज 15 दिसंबर दिन रविवार पूर्णिमा के दिन से शुरुआत होगी जो 3 जनवरी तक चलेगा! बता दे की यह ऐतिहासिक मेला इस वर्ष 153 वें वर्ष का हो जायेगा।यह आज भी पुरानी यादों को संजोय हुए है।प्रति वर्ष दिसम्बर माह के पूर्णिमा के ही दिन से इस मेले का आगाज होता है जो लगातार 15 दिन तक बराबर चलता है।इस मेले में क्षेत्रीय ही नही बल्कि गैर जनपद से भी लोग देखने आते है।मेला प्रांगण में बने लंकेश की प्रतिमा को रंग रोंगन कर सजा कर तैयारियां जोरो से चल रही।जनपद के विख्यात मेले में सर्कस,झूला,जादूगर का जादू,मौत का कुंवा,दूर दराज से गरेलू वस्तुओं में आने वाले सामान की दुकानें व सभी प्रकार की खाने पीने वाली दुकानें सैकड़ों की संख्या में लगती है।जिसका लुप्त उठाने क्षेत्रीय व गैरजनपदीय लोग हजारों की संख्या में मेला देखने प्रतिदिन आते है।प्रथम दिवस में मेले का शुभारंभ मेला कमेटी द्वारा रथ यात्रा में राम लक्ष्मण,हनुमान,शंकर पार्वती,राधा कृष्ण की सुंदर सुंदर झांकिया व मेघनाथ,हनुमान, सुग्रीव की प्रतिमाओ को कस्बे से निकाल कर मेला प्रांगण में पहुँच कर राम रावण के बीच युद्ध में रावण वध के साथ मेला की शुरुआत होती है।