संवाददाता,घाटमपुर।शहर कानपुर के स्वर्ण जयंती विहार निवासी 31वर्षीय शिवम द्विवेदी अपने भाई की बाइक से फतेहपुर जिले के थाना चांदपुर क्षेत्र के गांव गोहरारी अपने ननिहाल गया था।भाई शुभम द्विवेदी ने बताया कि उनके भाई शिवम की शादी 25 नवंबर 2022 को प्रिया के साथ हुई थी। बुधवार देर शाम उनके भाई की पत्नी प्रिया को डिलेवरी पेन शुरू हुआ तो परिजन आनन फानन प्रिया को लेकर कानपुर स्थित एक निजी हॉस्पिटल पहुंचे थे जहां डाक्टर ने बताया कि बच्चा आपरेशन से होगा। परिजनो ने शिवम को फोनकर पत्नी प्रिया के हॉस्पिटल में भर्ती होने की जानकारी दी। इसके बाद शिवम बाइक लेकर देर शाम अपने ननिहाल गोहरारी से बाइक से कानपुर वापस जा रहा था। तभी घाटमपुर थाना क्षेत्र के पतारा कस्बा के पास पहुंचते ही सामने से आ रहा तेज रफ्तार डंपर बाइक सवार युवक को टक्कर मारते हुए कुचलते,घसीटते हुए आठ किलो मीटर तक ले गया। कुछ देर तक युवक की चीख सुनाई दी।आठ किलो मीटर दूर बीरपुर गांव के पास डंपर खड़ाकर चालक मौके से भाग निकला। पुलिस ने पीएनसी क्रेन की मदद से डंपर को उठाकर उसमें फंसी बाइक और युवक का क्षत विक्षत शव निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। घाटमपुर इंस्पेक्टर धनंजय कुमार पाण्डेय ने बताया कि मृतक बाइक सवार के भाई की तहरीर पर डंपर चालक के खिलाफ मोटर व्हीकल एक्ट,गैर इरादतन हत्या की धारा-281,105,324(4) में मुकदमा दर्ज कर डंपर चालक की तलाश में जुट गई है।

पति की मौत के तीन घंटे बाद पत्नी ने पुत्री को दिया जन्म* अस्पताल में भर्ती मृतक शिवम द्विवेदी की अस्पताल में भर्ती पत्नी प्रिया देर रात तक उसके आने का इंतजार करती रही। प्रिया परिजनो से कह रही थी, कि बेटी शिवम पर गई है। रंग रूप देखकर ऐसा लग रहा है। रात भर परिजन शिवम का मोबाइल फोन मिलाते रहे। लेकिन नंबर स्विच ऑफ जाता रहा। इस बात को लेकर परिजन बेहद परेशान थे। सुबह समाचार पत्रों, सोशल मीडिया में बड़े भाई शुभम द्विवेदी के नाम पर बाइक होने की बात से घटना की जानकारी हुई। परिजनो ने घाटमपुर थाने जाकर डंपर चालक के खिलाफ तहरीर देकर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। वही पत्नी प्रिया बेटी को जन्म देने के बाद से पति को बुलाने की बात परिजनों से कह रही थी परिजन अस्पताल में भर्ती प्रिया को बार बार धीरज बंधा रहे थे,माता ममता द्विवेदी ने बताया कि उनके पति का मानसिक संतुलन सही नहीं था। लगभग बीस वर्ष पहले लापता हैं,उन्होंने मेहनत मजदूरी करके तीनों बेटों को पढ़ाया लिखाया था। बेटे की मौत के बाद से माता ममता सुध खो चुकी है। दोनों बेटे शुभम और सौरभ मां को ढांढस बंधा रहे है। मृतक शिवम द्विवेदी के मामा सुरेन्द्र द्विवेदी के बताया कि घटना के बाद अगर डंपर चालक गाड़ी रोक देता तो शायद उनके भांजे के शरीर में चोंट तो आती लेकिन उसकी जान बच जाती। उन्होंने बताया कि डंपर चालक ने जानबूझकर हाइवे पर बाइक को आठ किलोमीटर तक घसीटा है। उन्होंने पुलिस से डंपर चालक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।