कानपुर। राष्ट्रीय दिव्यांग पार्टी ने विधायक सुरेन्द मैथानी के कार्यालय में कटोरा लेकर जोरदार प्रदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन सौंप कर न्याय की भीख मांगा।
विधायक सुरेन्द मैथानी ने मुख्य सचिव व मुख्यमंत्री से मिलकर न्याय दिलाने का भरोसा दिया है।
ज्ञात हो कि दिव्यांग महा गठबंधन के आव्हान पर जनप्रतिनिधियों का घेराव कर दिव्यांग कोटे के मुख्य सेविका व लेखपाल पद के अभ्यर्थियों को नौकरी देने, दिव्यांगजन को नौकरी, रोजगार, स्वास्थ्य, शिक्षा व सुरक्षा की सौ फीसदी गारन्टी, दिव्यांग पेंशन पांच हजार रूपया देने कि मांग के लिए दिव्यांग संगठन लम्बे समय से आन्दोलन कर रहे हैं।
राष्ट्रीय दिव्यांग पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व दिव्यांग महागठबन्धन के महासचिव वीरेन्द्र कुमार ने कहा कि अगर सरकार 19 दिसम्बर तक हमारी मांगों को पूर्ण नहीं करती है तो 20 दिसम्बर को राजभवन पर सम्पूर्ण उत्तर प्रदेश के दिव्यांग संगठन एवं दिव्यांगजन कटोरा लेकर न्याय कि भीख मांगेगे। उन्होंने प्रदेश सरकार व शासन पर दिव्यांगजनों को सरकारी नौकरियों से वंचित करने का आरोप लगाया है।
वीरेन्द्र कुमार ने कहा कि यू.पी.ट्रिपल एस.सी.आयोग चलन क्रिया वाले दिव्यांगो के लिये सरकारी नौकरियों में विज्ञापन जारी करने के बाद अक्षम व नॉट क्वालिफाई दिखा कर सरकारी नौकरियों से बाहर कर दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि यू.पी.तृपल एस.सी.आयोग को चलन क्रिया वाले दिव्यांगो को नौकरी नहीं देना था तो विज्ञापन क्यों जारी किया? जबकि शिक्षित बेरोजगार दिव्यांगजनों को सरकार नौकरी न देकर आत्महत्या के लिये उकसा रही है।
लेखपाल पद पर चयन होने के बाद नियुक्ति न मिलने के कारण गाजीपुर के दिव्यांग अभिषेक ने सदमें में आकर आत्महत्या कर जीवन लीला समाप्त कर लिया। जिसके लिए यू.पी.तृपल एस.सी.आयोग अभिषेक के आत्महत्या के लिये दोषी है। आयोग के अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज होना चाहिए।
इसमें प्रमुख रूप से राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेन्द्र कुमार,जिला अध्यक्ष राहुल कुमार,अल्पना कुमारी, गुड्डी दीक्षित, सरला, बृजेश कुमार, मीरा कुशवाहा, गोमती वर्मा,याशमीन,राहुल विश्वकर्मा,अनिल श्रीवास्तव,राम जानकी,आशीष कुमार आदि शामिल रहे।