संवाददाता,घाटमपुर। यमुना तटवर्ती स्थित नेयवेली पावर प्लांट में पहली यूनिट (660 मेगावाट) बिजली उत्पादन नूतन वर्ष 2025 से शुरू हो जाएगा। शेष दो यूनिटों का निर्माण कार्य जारी है। मार्च 2026 तक तीनों यूनिट चालू होने की उम्मीद है। इसकी जानकारी पावर प्लांट के सीईओ संतोष सीएस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी। बताया कि पावर प्लांट की लागत लगभग दस साल में निकल आएगी। इसके बाद कंपनी को होगा मुनाफा
घाटमपुर के यमुना तटवर्ती स्थित 1980 मेगावाट पावर प्लांट का निर्माण करा रही एनयूपीपीएल (नेयवेली उत्तर प्रदेश पॉवर लिमिटेड) कम्पनी के सीईओ संतोष सीएस ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पहले यूनिट के सफल परीक्षण और शुभारंभ के बारे में जानकारी दी। बताया कि घाटमपुर स्थित 1980 मेगावाट के पावर प्लांट की पहली यूनिट (660 मेगावाट) साल के आखीर तक शुरू हो जाएगी। इसमें 660 मेगावाट लोड पर 72 घंटे का सफल परीक्षण कर लिया गया है। रिपोर्ट सीओडी के लिए भेजी गई है। सर्टिफिकेट मिलते ही उद्घाटन के साथ पहली यूनिट का बिजली उत्पादन शुरू हो जाएगा। सीईओ ने कहा कि अन्य दो यूनिट मार्च 2026 में चालू होने की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि कोरोना के चलते करीब दो साल काम प्रभावित रहा। जिससे पावर प्लांट की लागत 17237 करोड़ रुपए में 2000 करोड़ रुपए बढ़कर 19237 करोड़ हो गई थी। अब लागत में 2000 करोड़ रुपए की और बढ़ोत्तरी हुई है जिसमे जीएसटी व अन्य खर्च भी शामिल है। अब पावर प्लांट की लागत 21237 करोड़ रुपए हो गई है।
*असम सरकार की भी है 20प्रतिशत की हिस्सेदारी*
नेयवेली लिग्नाइट कार्पोरेशन (एनएलसी) इंडिया लिमिटेड और उप्र.राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड का संयुक्त उपक्रम एनयूपीपीएल का यह यमुना तटवर्ती स्थित पावर प्लांट है। एनएलसी इंडिया की 51 प्रतिशत तो उप्र राज्य विद्युत उत्पादन की 49 प्रतिशत की हिस्सेदारी है। जिसमें असम सरकार ने कंपनी के 20 प्रतिशत शेयर खरीद चुकी हैं। जिसके चलते असम सरकार की भी पावर प्लांट में हिस्सेदारी होगी। प्रति यूनिट बिजली की कीमत 5रुपए 30 पैसे होगी। नयवेली पावर प्लांट के सीईओ के अनुसार कंपनी के आने वाले 25 सालों के हिसाब से प्रति यूनिट बिजली की कीमत तय करेगा। जिसके लिए लगभग 5 रुपए 30पैसे प्रति यूनिट का अनुमान लगाया जा रहा है। आने वाले 10 सालों में प्लांट की पूरी लागत निकल आएगी। इसके बाद कंपनी को शुरू होगा मुनाफा।