अमौली,फतेहपुर। जनपद के अमौली विकास खण्ड में एक ऐसा गांव भी है जहाँ आजादी के बाद से आज दिन तक गांव को जोड़ने वाली सड़क ही नही बनी! बता दे की विकास खण्ड के अंतर्गत ग्राम सभा भरसा मजरे बदनपुर गांव को जोड़ने वाली सड़क आजादी के बाद आज दिन तक नही बन सकी है।नव हिंदुस्तान पत्रिका की टीम जब ग्राउंड रिपोर्टिंग के लिए गांव पहुँची तो सच क्या था ये वहाँ के वाशिंदे बड़े ही रोष के साथ अपना दर्द बया किया बताया जिंदगी बीत गयी लेकिन हमारे गांव को जोड़ने वाली सड़क एक किमी0 आज भी धूल फांक रही है।इस सड़क को बनवाने के लिए इस ओर किसी भी जनप्रतिनिधि व ग्राम प्रधान ने ध्यान नही दिया आज भी बरसात के महीनों में विद्यालय जाने वाले बच्चों को कंधे में बैठाकर व रोगी मरीज,प्रसव के लिए महिलाओं को चारपाई में लेकर एक किमी चलकर पकडंडी यात्रा करनी पड़ती है गांव में न एम्बुलेंस आ पाती है नाहि बच्चों के लिए कोई बस की सुविधा है। पैदल ही चलना एक सहारा है।ग्रामीणों ने सड़क बनने के लिए भरसक प्रयास कर ग्राम प्रधान से लेकर ब्लॉक मुख्यालय व तहसील स्तर में लिखित व मौखिक कई शिकायतें की मगर किसी ने इस ओर ध्यान न देकर सिर्फ आश्वासन का भरोसा जताया।सड़क न बनने से ग्रामीणों ने रोष जताते हुए ये भी बताया की कोई भी प्रतिनिधि चुनाव के समय गांव में आकर सड़क बनवाने के वादे तो कर जाते है लेकिन जैसे ही प्रतिनिधियों का चयन होता है इसके बाद इस गांव की ओर किसी का ध्यान नही जाता अब इस गांव के वाशिंदे सरकार से गुहार लगा कर एक उम्मीद को संजोय बैठे है की कब बन जाये गांव की सड़क।
क्या बोले प्रतिनिधि—-
जहानाबाद विधानसभा के विधायक राजेन्द्र पटेल ने कहा जल्द ही गांव का दौड़ा कर मैं खुद ही जाँच करूँगा विधानसभा के अंतर्गत कोई भी गाँव पिछड़ा नही रहेगा जाँच कर सड़क बनने के लिए प्रस्ताव भेजा जायेगा!