इक्विटी मार्केट्स का भविष्य एवं ट्रेडमार्क में अवसर व प्रक्रिया विषय पर ज्ञानवर्धक कार्यशाला का किया गया आयोजन

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कानपुर। केसीएएस सीपीई स्टडी सर्किल ऑफ सी आई आर सी ऑफ आईसीएआई ने कैप्सूल रेस्टोरेंट, सिविल लाइंस, कानपुर में इक्विटी मार्केट्स का भविष्य एंड ट्रेडमार्क में अवसर और प्रक्रिया विषय पर एक ज्ञानवर्धक कार्यशाला का आयोजन किया।

कार्यक्रम का संचालन सत्र अध्यक्ष सीए नरेंद्र गुप्ता और संयोजक सीए अभिलाष बाजपेई द्वारा किया गया। इस सत्र के प्रमुख वक्ता सीए शिवम सिंह ने ट्रेडमार्क पंजीकरण के महत्व, व्यवसाय में इसकी भूमिका,और इससे जुड़े कानूनी एवं व्यावसायिक लाभों पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ट्रेडमार्क पंजीकरण न केवल ब्रांड की सुरक्षा करता है, बल्कि व्यवसाय को बाजार में प्रतिस्पर्धा से अलग पहचान दिलाने में भी मदद करता है।
ट्रेडमार्क पंजीकरण के मुख्य लाभ कानूनी संरक्षण आपके ब्रांड को नकल या दुरुपयोग से कानूनी सुरक्षा प्रदान करता है।ब्रांड पहचान: ग्राहकों के बीच विश्वास और विशिष्ट पहचान बनाता है। प्रतिस्पर्धा में बढ़त: बाजार में आपके उत्पाद/सेवा को अलग और यादगार बनाता है। मूल्य निर्माण: ब्रांड का परिसंपत्ति मूल्य (ब्रांड वैल्यू) बढ़ाता है। ग्राहकों का विश्वास: व्यवसाय की पेशेवर छवि और गुणवत्ता का प्रतीक।
सीए शिवम सिंह ने कहा कि एक पंजीकृत ट्रेडमार्क व्यवसाय की दीर्घकालिक सुरक्षा और ब्रांड की प्रतिष्ठा बनाए रखने के लिए अनिवार्य है।
कार्यशाला में उपस्थित सदस्यों ने विषय को लेकर उत्साहपूर्वक चर्चा की और वक्ताओं से अपनी शंकाओं का समाधान भी प्राप्त किया।
इस अवसर पर सीए हिमांशु कपूर ने “इक्विटी मार्केट्स का भविष्य – 2025” विषय पर भी अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा “2024 इक्विटी बाजारों के लिए एक बेहतरीन वर्ष रहा, जिसमें सूचकांकों ने 30 प्रतिशत तक की उच्चतम रिटर्न/आय दी। हालांकि 2025 एक सतर्क दृष्टिकोण अपनाने का वर्ष होगा। इस वर्ष का फोकस पूंजी की रक्षा पर होना चाहिए न कि दो अंकों की रिटर्न प्राप्त करने पर। उन्होंने आगे कहा कि 2025 में कृत्रिम बुद्धिमत्ता Al ऊर्जा,और बुनियादी ढांचे इन्फ्रास्ट्रक्चर जैसे क्षेत्रों में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है। इसके अलावा,सोना और चांदी एक परिसंपत्ति वर्ग के रूप में किसी के पोर्टफोलियो में हमेशा शामिल होना चाहिए और यह भारतीय इक्विटी बाजारों की तुलना में इस वर्ष बेहतर रिटर्न दे सकते हैं।
इस कार्यशाला में क्षेत्र के चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ने बड़ी संख्या में भाग लिया सत्र में
राहुल चंद्रा, अरविंद जैन, अभिरूप गांगुली,पद्मेश बाजपेई, अंकुर गोयल,अखिलेश तिवारी, विशाल खन्ना आदि लोग मौजूद रहे।


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