बिंदकी,फतेहपुर।जनपद के खजुहा ब्लॉक के अंतर्गत आने वाला कसियापुर पावर हाउस इन दिनों जेईऔर सेकंड जेई की की खाऊं कमाऊ नीति के चलते जहां भ्रष्टाचार के आंकठ में डूबा हुआ है वहीं बिजली विभाग के दलालों का भी अड्डा बना हुआ है क्षेत्रीय किसानों व उपभोक्ताओं से मनमानी ढंग से अवैध वसूली की जा रही है विभागीय उच्चाधिकारी प्रशासनिक अधिकारी तथा शासन के क्षेत्रीय नुमाइंदे इस ओर से पूरी तरह से मुंह मोड़े हुए हैं
गौरतलब बात यह है कि यहां पर तैनात जूनियर इंजीनियर तथा सेकंड जेई की खाऊ कमाऊ नीति के चलते क्षेत्रीय किसानों एवं आम उपभोक्ताओं को बुरी तरह से ठगा जा रहा है इन अधिकारियों का आलम यह है कि जिन उपभोक्ताओं का बिल 5 लाख से ऊपर है ऐसे उपभोक्ताओं से यह दोनों अधिकारी बिल कम कराने के नाम का पैसा लेते हैं और फिर बिल कम कराकर उपभोक्ताओं का बिल जमा कराते हैं इसके लिए उनके आसपास क्षेत्र के कई एक दलाल जो उपभोक्ताओं को बढे हुए बिल को कम करा कर जमा कराने का ठेका लिए होते हैं ऐसे दलाल इन दोनों अधिकारियों के आसपास घूमते देखे जाते हैं
मजेदार बात यह है कि जिस किसी काश्तकार या उपभोक्ता का बिल 5 लाख या सात लाख है तो यह दलाल और दोनों अधिकारी दो से तीन लाख का सौदा कर लेते हैं और उपभोक्ताओं को गरीब या फिर असहाय बताकर या फिर कंप्यूटर की खराबी से बढ़कर बिल आए हैं ऐसी बात उच्च अधिकारियों को बता कर या उन्हें गुमराह कर बिल कम कराया जाता है और फिर उसमें काश्तकार और इन दोनों अधिकारियों और दलालों का फिर आधा-आधा सौदा होता है विभागीय सूत्रों से जो जानकारी मिली है उसके अनुसार तो उच्च अधिकारियों का भी हिस्सा होता है जिससे इंजीनियर इंजीनियरों द्वारा कोई भी किया जाए उस पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती है ऐसे तीन-चार मामले कसियापुर पावर हाउस में चर्चा का विषय बने हुए हैं।