उन्नाव।ग्राम थाना में कथावाचक गुरु गोरखनाथ गद्दी पं सुरेश चंद्र द्विवेदी द्वारा श्रीमद्भागवत कथा सुनाई गयी।श्रीमद्भागवत कथा के द्वितीय दिवस पर कथावाचक पं सुरेशचंद्र द्विवेदी ने आत्म देव धुंधली और धुंधकारी की कथा को विस्तार से सुनाया। उन्होंने बताया कि आत्मदेव जोकि एक वेद पाठी ब्राह्मण थे, बड़े ही विद्वान थे, लेकिन उनके यहां कोई पुत्र नहीं था। वह ग्लानि से भरे हुए एक दिन जंगल में जा पहुंचे। वहां उन्हें एक साधु के दर्शन हुए। साधु ने उन्हें एक फल दिया। आत्मदेव की पत्नी धुंधली ने वह फल अपनी गाय को खिला दिया। कुछ समय बाद गाय ने एक बच्चे को जन्म दिया। उसका पूरा शरीर मनुष्य का था, केवल कान गाय के थे जिसका नाम गोकर्ण रखा गया। धुंधली का पुत्र जोकि उसकी बहन का था, का नाम धुंधकारी रखा गया। आचार्य ने बताया कि साधु के आशीर्वाद से जो पुत्र हुआ वह ज्ञानी धर्मात्मा हुआ और धुंधकारी दुराचारी, व्यभिचारी निकला। व्यसन में पड़कर चोरी करने लगा। एक दिन इसकी हत्या कर दी। बाद में यह प्रेत बना, जिसकी मुक्ति के लिए गोकर्ण महाराज जी ने भागवत कथा का आयोजन किया। भागवत कथा सुनकर धुंधकारी को मोक्ष की प्राप्ति और प्रेत योनि से मुक्ति मिली। कथा आयोजक प्रमोद सिंह पवन, प्रदीप सिंह चौहान, अरविन्द सिंह ने पूजन के बाद प्रसाद वितरण किया। आज मुख्य अतिथि भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष देवेश कोरी के अतिरिक्त सांसद प्रतिनिधि अमितेश सिंह नंदू का आगमन हुआ। इस अवसर पर बार एसोसिएशन अध्यक्ष सतीश शुक्ला, भाजपा नगर अध्यक्ष अवनीश गुप्ता, पूर्व मण्डल अध्यक्ष सुशील तिवारी , सरोसी मण्डल अध्यक्ष अमित त्रिपाठी, अवनीश गुप्ता , उप्र सहकारी ग्राम विकास बैंक अध्यक्ष संजीव त्रिवेदी, संदीप पांडे, नीरज शुक्ला, अभिषेक द्विवेदी अश्वनी त्रिपाठी और कवियित्री प्रियंका शुक्ला समेत सैकड़ो की संख्या में भक्तजन उपस्थित रहे।