कानपुर। महापौर प्रमिला पाण्डेय की अध्यक्षता में कानपुर नगर निगम के नगर आयुक्त सुधीर कुमार की गरिमामयी उपस्थिति में आज कारगिल पार्क मोतीझील कानपुर में शुभ दीपावली के पावन पर्व पर कानपुर नगर निगम के द्वारा देश के अमर शहीदो के प्रति श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए ’’एक दीपक शहीदों के नाम’’ कार्यक्रम का आयोजन में किया गया।
सर्वप्रथम कार्यक्रम का शुभारम्भ कानपुर महापौर प्रमिला पाण्डेय के कर कमलों द्वारा गौ-पूजन के उपरान्त किया गया।
कार्यक्रम में कान्हा गौशाला, किशनपुर में संरक्षित गायों के गोबर से निर्मित 21000 गौ-मय दीपों को प्रज्ज्वलित कर सम्पूर्ण प्रांगण को प्रकाशित किया गया। साथ ही साथ नगर निगम की गौशालाओ में कार्यरत 200 गौ-सेवकों को महापौर के द्वारा कपड़े एवं मिठाई का वितरण भी किया गया।
इस पावन अवसर पर मा पार्षद गण, समस्त अपर नगर आयुक्त, डा. आर.के. निरंजन मुख्य पशु एवं चिकित्साधिकारी,डा शिल्पा पशु चिकित्साधिकारी एवं नगर निगम के अधिकारीगण एवं अन्य सम्मानित नागरिक उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में बच्चों के द्वारा अति उत्साह से प्रतिभाग किया गया। देश के अमर शहीदों के प्रति श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुये ’’एक दीपक शहीदों के नाम’’ कार्यक्रम को सफल बनाये जाने के लिये महापौर द्वारा उपस्थित सभी गणमान्य व्यक्तियें के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आज के दौर में प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री द्वारा स्टार्टअप का नारा देते हुए सभी नवयुवक को देश के विकास में सहभागिता दिये जाने हेतु आहवान किया जा रहा है,ऐसी स्थिति में गौमाता के गोबर से बने गणेश लक्ष्मी की मूर्ति, कुबेर की मूर्ति,दीये आदि का निर्माण कर नगर निगम के गौशालाओं के कारीगरों द्वारा एक उदाहरण प्रस्तुत किया गया है जिसके लिए सभी का धन्यवाद करती हॅॅू और आशा व्यक्त करती हूॅ कि इसी प्रकार गौमाता के गोबर से अन्य पूजा सामग्रियों का भी निर्माण सुनिश्चित किया जाये।
नगर आयुक्त ने कहा कि गौशाला में गौ-कास्ट, वर्मी कम्पोस्ट का भी निर्माण गोबर से किया जाता है, परन्तु इसके बावजूद गोबर का शत प्रतिशत उपयोग नही हो रहा है।
इस सम्बन्ध में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को निर्देश दिये कि भविष्य में योजनाबद्ध तरीके से उत्सर्जित हो रहे गोबर का शत प्रतिशत उपयोग सुनिश्चित किया जाये।
नगर आयुक्त द्वारा समस्त नागरिकगणों से अपील की गयी कि गोवंश को अपने अपने घरों पर रखा जाये, किसी भी दशा में उन्हे सड़क पर न छोड़ा जाये, यदि गोवंश सड़क पर घूमता हुआ पाया जायेगा,तो भविष्य में अर्थदण्ड/जब्तीकरण और चालान की कार्यवाही अमल में लायी जायेगी।