संवाददाता,घाटमपुर। नगर के मुख्य चौराहे के ओवरब्रिज दो साल पहले 46 करोड़ की लागत से निर्माण हुआ था जिसमें कुछ दरारें हो गई थी,निर्माण,प्रोजेक्ट मैनेजर बीते दिनों घाटमपुर पहुंची एन एच आई पीएनसी की संयुक्त टीम ने ओवरब्रिज का निरीक्षण करने के साथ अपनी जांच रिपोर्ट तैयार की थी। जांच में ओवरब्रिज के स्लैब में दरार की पुष्टि हुई थी। संयुक्त टीम ने अपनी जांच रिपोर्ट एचएनएआई के डायरेक्टर अमन रोहिल्ला को सौंपी थी। पीएनसी के अधिकारी घाटमपुर ओवरब्रिज में आई दरारों को अफवाह बताने में लगे थे। एनएचएआई की सख्ती के बाद पीएनसी ने अपनी गलती स्वीकारी है।पीएनसी ने घाटमपुर ओवरब्रिज की दरारों का मरम्मत कार्य शुरू कराया है!एनएचएआई के रिडेनट इंजीनियर उमेश कुमार ने बताया की ओवरब्रिज में आई दरारों का मरम्मत कार्य पीएनसी के द्वारा कराया जा रहा है। कार्य पूरा होने के बाद एनएचएआई की टीम पहुंचकर ओवरब्रिज की जांच करेगी। इसके बाद से ओवरब्रिज की लगातार सख्त निगरानी की जायेगी। मौरम खदान खुलने के बाद से कानपुर सागर हाइवे पर मौरम लोड भारी वाहनों का दबाव बढेगा। ओवरलोड वाहन ओवरब्रिज से गुजरेंगे कानपुर सागर हाइवे पर रात दिन मोरंग,गिट्टी के ओवरलोड वाहन चलते है। इन वाहनों पर जिम्मेदार अधिकारी कार्रवाई नहीं करते जिसके चलते हाइवे पर ओवरलोड वाहन रात दिन दौड़ते है।पीएनसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक कानपुर -सागर हाईवे पर क्षमता से लगभग 10 गुना ज्यादा वाहनों का दबाव है जिसमें क्षमता से अधिक वाहनों का दबाव व मोरंग, गिट्टी के ओवरलोड वाहनों का ओवर ब्रिज के ऊपर से लगातार गुजरना ओवरब्रिज में आई दरार का प्रमुख कारण है। बावजूद इसके जिम्मेदार अपनी विश्वसनीयता भंग कर रहे हैं।