फतेहपुर।रामलीला में वसूली में सहयोग न करने पर पूर्व अध्यक्ष के घर में दबंगों ने बोला धावा,पुलिस की मौजूदगी में हुई गाली गलौज और मारपीट,गुंडो ने दरोगा को भी धकिया कर जमीन पर गिराया,वीडियो ने पुलिस की खोली पोल,सत्ता संरक्षण होने के चलते अपमान का घूंट भी पी गई बिंदकी पुलिस,आम जनता के लिए शेर बनने वाली पुलिस सत्ता का नाम आते ही दुबकी,तीन दिन गुजर जाने के बाद भी दबाव के चलते नहीं लिखी जा रही रिपोर्ट,स्वतंत्रता संग्राम सेनानी का पीड़ित परिवार अब उच्चाधिकारियों की शरण में,सजातीय सत्ताधारी नेताओं के पास भी पहुंचा पीड़ित परिवार!
गजब की है बिन्दकी कोतवाली की पुलिस।
एक ओर जहां बेहतर कानून व्यवस्था एवं शांति को लेकर पुलिस मोहकमें द्वारा दावे किए जा रहे हैं वहीं *बिंदकी कस्बा में पुलिस की ही मौजूदगी में तीन दर्जन से अधिक अराजकतत्वों ने रामलीला कमेटी के पूर्व अध्यक्ष रामजी गुप्ता के घर धावा बोल दिया और जमकर मारपीट की। गुंडई पर उतारू अराजकतत्वों का शिकार खुद पुलिस भी बन गई और एक दरोगा को धक्का देकर जमीन पर गिरा दिया गया।अपने साथ हुई बदसलूकी एवं अपमान का यह घूंट भी सत्ता संरक्षण गुंडे होने के चलते खाकी पी कर बैठ गई।
*स्वतंत्रता संग्राम सेनानी परिवार के साथ गाली गलौज बदसलूकी एवं अभद्रता करने में दबंग बाजार वार्ड से सभासद प्रीति गुप्ता से अश्लीलता करने में भी पीछे नहीं रहे।* घटना का जो वीडियो सामने आ रहा है उसमें दबंगों ने दरोगा को ही धक्का देकर जमीन पर गिरा दिया और उसका एक साथी हो रही अराजकता का वीडियो बनाता नजर आ रहा है।बांकी के पुलिस के जवान यह समझ ही नहीं पा रहे कि वह करें तो क्या करें? *छोटी-छोटी घटनाओं में आम गरीब के लिए शेर बनने वाली खाकी अपने साथ हुई बदसलूकी एवं गुंडई को भी दबंगों के सत्ता संरक्षण के चलते सहन कर गई।* बताते हैं कि रामलीला में वसूली को लेकर रामजी गुप्ता द्वारा सहयोग न करने पर खुन्नस खाए दबंगों ने उसके घर धावा बोल दिया।हुई घटना पर बिंदकी कोतवाली पुलिस को रामजी गुप्ता की पत्नी सभासद सर्राफा बाजार निवासी प्रीति गुप्ता ने 8 नामजद सहित तीन दर्जन से अधिक अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की तहरीर पर तीन दिन का समय गुजर जाने के बाद भी पुलिस मौन साधे है।
*थाने की चौखट पर बार-बार पीड़ित के जाने के बावजूद उसका मुकदमा नहीं लिखा गया।* पीड़ित परिवार अब सजातीय सत्ताई नेताओं की शरण में पहुंचा है।मामले को शासन तक न्याय की आस में पहुंचाया है लेकिन *जिस तरीके से खुलेआम खाकी की मौजूदगी में दबंगों ने गुंडई किया उससे पुलिसिया कार्य प्रणाली की पोल खुलकर सामने आ गई है कि किस तरह से अगर सत्ता संरक्षित गुंडई है तो फिर पुलिस बैक फुट पर ही रहेगी* जबकि यही पुलिस आम जनता के लिए छोटी-छोटी मारपीट एवं घटनाओं तक में खौफ का पर्याय बन जाती है। *खाकी की यही कार्य प्रणाली आम जनता के बीच कभी भी मित्र पुलिस के रूप में सामने नहीं आ सकी है।
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वीडियो।