आंगनवाडी में कोल्ड ड्रिंक समझ शिशु ने पिया टॉयलेट क्लीनर हुई मौत, आगनवाड़ी कार्यकत्री,सहायिका सहित सफाईकर्मी पर होगी कार्रवाई

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संवाददाता,घाटमपुर।साढ़ थाना क्षेत्र के असेनिया गांव के आंगनवाडी केन्द्र में मासूम की टॉयलेट क्लीनर पीने के बाद आंगनवाडी स्टाफ की लापरवाही के चलते इलाज में देरी होने से मासूम की हुई थी मौत आंगनवाडी केंद्र में यहां सफाई कर्मी ने टॉयलेट क्लीनर को कोल्ड ड्रिंक की बोतल में भरकर रखा था।

माजा की बोतल में भरकर रखा था टॉयलेट क्लीनर।

मासूम की नजर कोल्ड ड्रिंक बोतल पर पड़ी तो मासूम ने बोतल के कोल्डिंक लोगो को देख कोलड्रिंक समझकर बोतल में भरा टॉयलेट क्लीनर पी लिया, जिससे उसकी हालत बिगड़ी तो परिजन मासूम को जहानाबाद सीएससी लेकर पहुंचे थे। जहां से मासूम को गंभीर हालत में जिलास्पताल रेफर कर दिया गया था। जिलास्पताल पहुंचते ही मासूम की मौत हो गई।

मृतक तीन वर्षीय मासूम निखिल फोटो फाइल।

नरवल एसडीएम ने घटना की लापरवाही से जुड़े दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।

साढ़ थाना क्षेत्र के असेनिया गांव किनारे स्थित प्राथमिक विद्यालय परिसर में ही संचालित आगनवाड़ी केंद्र की आंगनवाड़ी कार्यकत्री संगीता ने बताया कि बच्चा अपनी बहन के साथ स्कूल आया हुआ था। मासूम ने टॉयलेट क्लीनर कैसे पी लिया यह बात उन्हें सहायिका से ही पता चली थी। बताया कि हमने परिजनों से कहा था,कि अस्पताल जाकर मासूम का इलाज करवा लें लेकिन परिजन जब हालत बिगड़ी तब प्रधान के साथ बच्चे को लेकर जहानाबाद सीएचसी पहुंचे जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार करने के बाद मासूम को जिला अस्पताल रेफर कर दिया उपचार के दौरान मंगलवार देर रात मासूम की मौत हो गई थी। असेनिया ग्राम पंचायत के प्रधान रमाकांत पाल ने बताया कि सफाई कर्मी प्रमोद कुमार ने कोल्ड ड्रिंक (माजा) की बोतल पर टॉयलेट क्लीनर भरकर रखा था। जब सफाईकर्मी स्कूल में शौचालय की सफाई करने पहुंचा तो हार्पिक और टॉयलेट क्लीनर की बोतल को बाहर रखकर शौचालय में सफाई करने चला गया इसी बीच मासूम ने कोल्ड ड्रिंक समझकर टॉयलेट क्लीनर पी लिया,जिससे मासूम की मौत हो गई।
आगनवाड़ी केंद्र के ठीक बगल से लगा हुआ शौचालय स्थित है। स्कूल में पढ़ने वाले छात्र छात्राएं व शिक्षक इसका उपयोग करते है। यह शौचालय आंगनवाडी केंद्र के भवन के बगल में स्थित है।मंगलवार दोपहर सफाइकर्मी प्रमोद स्कूल में स्थित शौचालय में सफाई करने पहुंचा था तभी टॉयलेट क्लीनर को कोल्ड ड्रिंक की बोतल में भर रखा था। वह शौचालय के बाहर टॉयलेट क्लीनर रखकर अंदर सफाई कर रहा था कोल्ड ड्रिंक की बोतल माजा की होने से लोगो(रैपर)में पके हुए आम का रस का चित्र बना हुआ था। जिससे मासूम ने उसे कोल्ड ड्रिंक समझकर टॉयलेट क्लीनर पी लिया। बच्चे को उल्टी हुई तो सहायिका उसे परिजनों को सौंप कर टॉयलेट क्लीनर पीने की बात बताकर चले गई थी।

 आगनवाड़ी केंद्र के ठीक बगल से लगा हुआ शौचालय,फोटो। नव हिन्दुस्तान पत्रिका 

नरवल एसडीएम ऋषभ वर्मा ने असेनिया गांव पहुंचकर मासूम के परिजनों से घटना की जानकारी जुटाने के साथ ही उन्हें दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया था। जांच में प्रथम दृष्टया आंगनवाडी कार्यकत्री, सहायिका सहित सफाईकर्मी दोषी पाए गए है। एसडीएम ऋषभ वर्मा ने भीतरगांव बीडीओ निशांत राय और सीडीपीओ को दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए है। मामले में भीतरगांव बीडीओ ने सफाईकर्मी को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है! इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी आंगनवाडी केन्द्र में पढ़ने वाले तीन वर्ष से कम आयु के बच्चों की देख रेख की जिम्मेदारी परिजनों की होती है। जितनी देर बच्चा आंगनवाडी केंद्र में रहेगा उतनी देर उसके साथ एक परिजन का साथ रहना जरूरी है। जिससे बच्चा शांति केंद्र में रह सके। इसके साथ ही बच्चे को हर महीने राशन आगनवाड़ी केंद्र की ओर से दिया जाता है। यहां पर परिजन बिना किसी को बताए मासूम को आगनवाड़ी केंद्र पर छोड़कर चले गए थे। जिसपर सहायिका के द्वारा बच्चे को परिजनो के घर पहुंचा दिया गया था। मां बोली – सोचा था, स्कूल जाने की आदत बन जायेगी तो आगे स्कूल जाने पर रोएगा नहीं,मां गीता देवी ने बताया कि उन्होंने सोचा था, कि उनके बेटे की आदत स्कूल जाने की पड़ जायेगी। धीरे-धीरे वह रोना भी बंद कर देगा। क्या पता था,कि अब कभी उनका बेटा वापस नहीं आयेगा। अगर ऐसा पता होता वह कभी अपने बेटे को स्कूल न भेजती। वह रो- रो कर यही कह रही थी कि अधिकारियों ने उन्हें आश्वासन तो दिया है, लेकिन उन्होंने कोई सरकारी सहायता नही दी। मां रो रोकर कर बताया कि सहायिका से उन्होंने कहा था,कि मेरे साथ अस्पताल तक चले उन्होंने कह दिया की तुम चलो हम पीछे से आ रहे है। लेकिन कोई नहीं पहुंचा और लापरवाही में उनके बेटे की जान चली गई।


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