संवाददाता,घाटमपुर।शारदीय नवरात्रि के प्रथम दिवस पर मां कुष्मांडा देवी मंदिर में गुरुवार को माता के स्वरूप के दर्शन के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी भक्त हाथों में पूजा की थाली लिए जय माता दी का उद्घोष करते हुए मंदिर पहुंचकर माता के स्वरूप के दर्शन किए। मंदिर परिसर की निगरानी सीसीटीवी कैमरे से हो रही है। सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस बल मंदिरों के बाहर तैनात रहा घाटमपुर के कुष्मांडा देवी मंदिर की दूर-दूर तक मान्यता है, दूर-दराज से भक्त पहुंचते हैं। मंदिरों में सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस बल भी तैनात रहा। समय समय पर अधिकारी सभी मंदिरों में जाकर सुरक्षा का जायजा ले रहे हैं। नवरात्रि के प्रथम दिवस मां शैलपुत्री का दर्शन करने देवी मंदिरों में भक्तों की सुबह से ही लाइन लगी रही। दर्शन को पहुंचे लालू प्रसाद सैनी,योगेश मिश्रा, पुतु पाण्डेय,अमित, रिंकू शर्मा,गुड्डू पंडित दीपक मिश्रा राजेश प्रजापति आदि ने बताया कि मां की महिमा अपार है। सच्चे मन से मां के दर्शन करने से भक्तों की मनोकामना पूर्ण होती है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार मां शैलपुत्री हिमालय की पुत्री हैं। इनका जन्म शैल अर्थात पत्थर से हुआ था, जिस कारण इन्हें शैलपुत्री नाम दिया गया। मां अपने भक्तों की प्रार्थना सुनने बैल पर सवार होकर आती हैं एक हाथ में कमल का पुष्प और दूसरे में त्रिशूल धारण करती है। नवरात्रि के प्रथम दिवस मां शैलपुत्री की पूजा करने के लिए भक्त ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान ध्यान कर माता की चौकी स्थापित करें। उसमें गंगाजल का छिड़ककर चौकी पर लाल रंग का वस्त्र बिछाएं। उस पर माता के सभी स्वरूपों को स्थापित कर मां शैलपुत्री की वंदना करते हुए अगर व्रत करना हो तो व्रत का संकल्प लें। सफेद रंग का पुष्प अर्पित करें। इसके बाद अक्षत और सिंदूर मां को अर्पित करें। मां शैलपुत्री को सफेद रंग का वस्त्र चढ़ाएं। मिष्ठान फल आदि का भोग लगाकर घी का दीपक जलाएं मां की आरती उतार कर मां की स्तुति बंदना करें।
एसीपी घाटमपुर रंजीत कुमार सिंह ने बताया कि गुरुवार से नवरात्रि की शुरुआत हो गई है। सुरक्षा के दृष्टिगत मंदिरों में पुलिसबल के साथ पीएसी बल भी तैनात किया गया है। साथ ही कुछ पुलिसकर्मियों सिविल पोशाक में भी लगाया गया है।