यूपी के फतेहपुर।जिले में बेपटरी हो चुकी कानून व्यवस्था को पुन: पटरी पर लाने के लिए नवागत पुलिस अधीक्षक धवल जायसवाल के चार्ज संभालने के बाद से अभियुक्तों पर की जा रही ताबड़तोड़ कार्रवाई ने जहाँ अपराधियों के हौसले पस्त कर दिए हैं, वही अब पुलिस की सख़्ती को देखते हुए गैंगस्टर, जिला बदर, वांछित अभियुक्तों के साथ-साथ अवैध शराब एवं मादक पदार्थों की बिक्री करने वाले माफिया भी अब नया ठिकाना तलाश करने में जुट गए हैं। इसके अलावा पुलिस अधीक्षक के फतेहपुर जिले का चार्ज संभालने के बाद मानीटरिंग सेल की प्रभावी पैरवी के चलते जहां अभियुक्तों को न्यायालय से दंड मिलना शुरू है, वही पीड़ित व्यक्ति को इंसाफ भी मिल रहा है। परिवार परामर्श केंद्र पति-पत्नी के बीच विवादों को निपटाने के लिए बेहतर ढंग से काउंसलिंग कर रहा है जिसका परिणाम अब जमीन पर दिखने लगा है। परिवार परामर्श केंद्र की मेहनत कई मामलों में दिखती हुई नजर आई और टूटते हुए पति-पत्नी के संबंध जुड़ते हुए नजर आते हैं। इसके अलावा यातायात व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए व्यापक स्तर पर ट्रैफिक पुलिस द्वारा दो एवं चार पहिया वाहन स्वामियों/चालकों को यातायात नियमों का प्रति जागरूक किया जा रहा है। वही नियमों को अनदेखा करने वाले लापरवाह चालकों को कार्रवाई की जद में लाया जा रहा है, जिसका जमीनी स्तर पर असर दिखने लगा है। चौराहों एवं मार्गों पर लगी ट्रैफिक पुलिस को देखते ही लापरवाह चालकों के हाथ-पैर फूल जाते हैं और मार्गो पर फर्राटा भरने से परहेज करते हुए गली-कूचो का सहारा लेते नज़र आते हैं..! पुलिस कप्तान के चार्ज लेते ही वाहन चोरी, चेन स्नेचिंग, ठगी से संबंधित शिकायतों में भी कमी दिखाई पड़ती है।

बताते चले कि नए कप्तान धवल जायसवाल के चार्ज संभालने के बाद से फतेहपुर जनपद में पुलिस द्वारा किस तरह अपराधियों की कमर तोड़ने का काम किया गया है, उस पर अगर निगाह डाले तो काफी लंबे अरसे से जिला बदर, गैंगस्टर एवं इनामिया तथा वांछित अभियुक्त जो जनपद को अपना मुफीद ठिकाना मानकर बेखौफ़ घटनाओं को अंजाम देते थे उन सभी को 24 घंटे के भीतर गिरफ्तार कर जेल की सलाखों के पीछे भेजने का काम अलग-अलग थाना पुलिस द्वारा किया गया। अपने-अपने थाना क्षेत्र में कानून व्यवस्था को मेन-टेन रखने की जिम्मेदारी निभाने वाले लापरवाह थाना प्रभारियो की कुंभकर्णी नींद अब टूट चुकी है और पुलिस कप्तान के द्वारा दिए गए ओपन डोर पॉलिसी पर अमल तेजी से शुरू हो गया है, जिसका असर यह रहा कि अब फरियादी को थाना एवं चौकी स्तर पर ही न्याय दिए जाने की रणनीति में तेजी आई है। जनता दर्शन, थाना समाधान दिवस एवं तहसील समाधान दिवसों में आने वाली शिकायतों के निस्तारण में भी अब तेजी दिख रही है। महिला सुरक्षा को लेकर पुलिस अधीक्षक द्वारा दिए गए निर्देशों को ध्यान में रखते हुए पुलिस की गस्ती तेज हो गई है। वही मार्गो, चौराहों एवं बाजारों के साथ-साथ स्कूलों में जागरूकता अभियान जारी है। यातायात व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए जहां एक और ट्रैफिक पुलिस द्वारा जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर लापरवाह वाहन चालकों पर कार्यवाही भी की जा रही है। श्रावण मास को देखते हुए पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर मंदिर एवं गंगा घाटों को जाने वाले मार्गो पर रूट डायवर्जन किया गया है जिससे कांवरिया एवं श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की दिक्कत न उठानी पड़े। अवैध शराब की बिक्री पर रोक लगाने के लिए छापा मारा अभियान जारी है। इसी क्रम में बीते शुक्रवार को हथगाम पुलिस एवं आबकारी की संयुक्त टीम ने छापामारी कर बड़ी मात्रा में अवैध शराब बरामद करते हुए सात अभियुक्तों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की। इसके अलावा हथगाम पुलिस द्वारा दो अलग-अलग मुठभेड़ो में तीन अंतर्जनपदीय शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है। गाजीपुर थाना क्षेत्र के हथेमा गांव में हुए हत्याकांड का 24 घंटे के भीतर अभियुक्त की गिरफ्तारी के साथ घटना का खुलासा करने में पुलिस को बड़ी सफलता हासिल हुई। पुलिस अधीक्षक ने विवेचनाओ के निस्तारण में लापरवाही बरतने पर थरियांव थाना प्रभारी को कड़ी फटकार लगाते हुए उनके द्वारा 10 दिन के अंदर किए गए काम का लेखा-जोखा तलब किया है। वही कर्तव्यों के प्रति लापरवाही पाए जाने पर औग थाने में कार्यरत मुख्य आरक्षी को लाइन हाजिर कर दिया है। कुल मिलाकर पुलिस अधीक्षक द्वारा अपराध नियंत्रण के लिए जो रणनीति तय की गई है वह कारगर साबित होती दिखने लगी है।