उन्नाव।सड़क पर दौड़ रहे अनफिट वाहनों की जांच के लिए शिविर का आयोजन किया गया है। शिविर में फिटनेस जांच कर प्रमाण पत्र दिया जाएगा। एआरटीओ प्रशासन ने यह जानकारी दी है।उत्तर प्रदेश के उन्नाव में स्कूली और यात्री वाहनों की फिटनेस जांच के लिए शिविर लगाया जा रहा है। अपर परिवहन आयुक्त राजस्व के आदेश के बाद यह शिविर आगामी 10 अगस्त शनिवार को लगाया जाएगा। सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी प्रशासन ने यह जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि फिटनेस समाप्त होने के बाद यदि किसी वाहन से कोई अप्रिय स्थिति उत्पन्न होती है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी संबंधित स्कूल, शिक्षण संस्थान और वाहन स्वामी का होगा। यह शिविर उप संभागीय परिवहन कार्यालय में लगाया जा रहा है। जिसमें सभी स्कूली वाहनों और यात्री वाहनों की फिटनेस जांच होगी।
इधर दुर्घटनाओं में बेतहाशा वृद्धि हुई है। जिसमें जान-माल का भी काफी नुकसान हो रहा है। जिसको देखते हुए शासन ने परिवहन विभाग पर निगाह टेढ़ी की है। परिवहन मंत्री के ताबड़तोड़ छापे से विभागीय अधिकारियों में भी हड़कंप मच गया है। परिवहन विभाग को अनफिट वाहनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।बीते दिनों एक मारुति वैन का फोटो वायरल हुआ था। जिसमें सीएनजी सिलेंडर के ऊपर पटरा डालकर छात्रों को बैठाया गया था। यही नहीं ड्राइवर ने अपने दाहिनी तरफ एक छात्र को बैठा लिया था। तमाम अनियमिताओं के बीच उप संभागीय परिवहन कार्यालय को शिविर लगाकर फिटनेस जांच करने के निर्देश दिए गए।
क्या कहतीं हैं एआरटीओ?
अपर परिवहन आयुक्त राजस्व उत्तर प्रदेश के आदेश पर उन्नाव के उप संभागीय परिवहन कार्यालय में 10 अगस्त शनिवार को स्कूली वाहनों और यात्री वाहनों की फिटनेस जांच के लिए शिविर का आयोजन किया गया है। सहायक परिवहन अधिकारी श्वेता वर्मा ने बताया कि जिले के सभी स्कूल, शिक्षण संस्थान, यात्री वाहन के स्वामी शिविर का लाभ उठाएं। फिटनेस समाप्त वाहनों को कैंप में लाकर नियमानुसार फिटनेस प्रमाण पत्र ले लें।और ऐसे स्कूली वाहन जिनका संचालन नहीं हो रहा है या फिर जिन्हें कबाड़ में बेच दिया गया हो। वाहन स्वामी नियमानुसार कार्यालय में प्रपत्र सरेंडर करके वाहन का पंजीयन निरस्त करा लें। फिटनेस समाप्त वाहनों से यदि कोई दुर्घटना या अप्रिय स्थिति उत्पन्न होती है तो इसका उत्तरदायित्व स्कूल या शिक्षण संस्थान के साथ वाहन स्वामी का होगा।