संवाददाता,घाटमपुर।कोटा बैराज से पानी छोड़े जाने से यमुना नदी उफान पर है।यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान तक पहुंच गया है। नदी का जलस्तर लागतार बढ़ने से प्रशासन अलर्ट मोड़ पर है। पुलिस प्रशासन ने बुधवार को नदी किनारे गांवों के आम जनमानस को नदी किनारे से दूर सुरक्षित, स्थानों पर ही रहने को कहा है! 7अगस्त बुधवार पुलिस प्रशासन नदी किनारे स्थित गावों में पहुंचकर लाउड स्पीकर से अपील कर करवाकर लोगों को यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने की जानकारी देते हुए अपने बच्चों को सुरक्षित स्थान पर रखने की सलाह दी है।
आम जनमानस को नदी किनारे जाने से रोका गया है। बीते दिनो बांधों से पानी छोड़े जाने के चलते बेतवा के साथ ही यमुना नदी का जलस्तर भी लगातार बढ़ रहा है। यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने से तटवर्ती गांवों कटरी, काटर, गड़ाथा, अमिरतेपुर, कोटरा मकरंदपुर, बीरबल का अकबरपुर, बीबीपुर, रामपुर, मोहटा हरदौली महुआपुर, जरैलापुर, असवारमऊ, लहुरीमऊ, समुही, भटपुरवा, साहिबाजपुर आदि गांव बाढ़ की चपेट में आ जाएंगे। जिसको लेकर पुलिस प्रशासन अलर्ट है।
यमुना तटवर्ती क्षेत्र के किसानों को अब चिंता शता रही है, कि जलस्तर बढ़ने से खेतो में बोई फसल खराब हो जायेगी। बीते वर्ष भी जलस्तर बढ़ने से सैकड़ो बीघा फसल बर्बाद हो गई थी। तहसील स्तर से किसानों को मुआवजा दिया गया था।घाटमपुर तहसीलदार लक्ष्मीनारायण वाजपेई ने बताया कि यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने की जानकारी मिलते लेखपाल को अलर्ट कर दिया गया है। प्रशासन के द्वारा लाउडिस्पीकर से अपील कर आम सुरक्षित स्थान पर रहने की अपील की है। प्रभावी सभी स्थितियों की सावधानी के लिए
कार्ययोजना तैयार कर ली गई हैं।