वेंडरो पर हुआ बकाया तो बीएसएनएल ने आधार केंद्र किये बंद, डाकघर में भीड

0
79
Oplus_131072

उन्नाव।आधार कार्ड बनवाने के लिए इन दिनों मारामारी की स्थिति है। वेंडरों पर किराया बकाया होने से बीएसएनएल ने जिले की सभी छह तहसीलों में संचालित आधार केंद्र बंद कर दिए हैं। इससे लोग नया कार्ड बनवाने और संशोधन कराने के लिए डाकघर पहुंच रहे हैं।बार-बार नोटिस देने के बाद भी वेंडरों ने बकाया जमा नहीं किया। इस पर बीएसएनएल ने उन्नाव शहर, शुक्लागंज, पुरवा, हसनगंज सहित सभी छह सेंटरों को बंद कर दिया है। इससे लोगों को शहर के सिविल लाइंस स्थित प्रधान डाकघर आना पड़ रहा है। हालत यह है कि लोग डाकघर खुलने से पहले सुबह नौ बजे ही पहुंच जाते हैं और अपना नंबर लगाकर बारी आने का इंतजार करते हैं। मंगलवार को भी यहां काफी भीड़ रही। लोगों ने बताया कि राशन कार्ड, गैस कनेक्शन की केवाईसी, छात्रवृत्ति, पेंशन, कॉलेजों में प्रवेश, अनुदान सहित अन्य कार्यों में आधार नंबर की जरूरत है।

लोगों ने बताया कि जन सुविधा केंद्रों के संचालक कार्ड संशोधन में महीनों लगा देते हैं। वहीं बीएसएनएल के केंद्र करीब बीस दिन से चल रहे हैं। इससे जिला मुख्यालय स्थित प्रधान डाकघर की दौड़ लगानी पड़ रही है। लोगों ने बताया कि राशन कार्ड में परिवार के सभी सदस्यों का आधार कार्ड लगाना और सत्यापन कराना जरूरी कर दिया गया है। यही नियम रसोई गैस कनेक्शन के लिए भी है। केवाईसी कराने में किसी का नाम तो किसी के अंगूठे के निशान सही नहीं आ रहा है। संशोधन कराने के लिए लंबी दौड़ और घंटों इंतजार करना पड़ रहा है।
क्या कहते हैं लोग
दोस्तीनगर गांव निवासी आशीष कुमार ने बताया कि आधार कार्ड बनवाने के लिए आवेदन फार्म जमा करना था। दो घंटे इंतजार करना पड़ा, फिर कंप्यूटर पर बैठे कर्मचारी ने सर्वर की समस्या बताई। सुबह नौ बजे से दोपहर के एक बज गए तब प्रक्रिया पूरी हो पाई।
केवल एक कंप्यूटर और भी सर्वर धड़ाम
प्रधान डाकघर में संचालित केंद्र में रोजाना औसतन 100 लोग पहुंचते हैं, लेकिन यहां केवल एक कंप्यूटर ही लगा होने से एक ही कर्मचारी काम कर पाता है। हर घंटे-आधे घंटे में सर्वर चला जाता तो कभी इतना धीमे चलता है कि आवेदन और संशोधन की प्रक्रिया बीच में रुक जाती है। इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।
जिम्मेदारों नें कहा
वेंडरों ने दूर संचार केंद्रों की बिल्डिंग में सेंटर खोले हैं लेकिन कई महीने से किराया नहीं जमा किया है। कई बार नोटिस दिया, इसके बाद भी सुधार नहीं हुआ। किसी का सितंबर में तो किसी का अक्तूबर में अनुबंध खत्म हो रहा है। अगर सख्ती नहीं की जाएगी तो बकाया नहीं जमा हो पाएगा। कुछ सेंटरों में नए वेंडर के लिए टेंडर प्रक्रिया भी चल रही है। जल्द ही संचालन शुरू हो जाएगा।
-प्रभनेश यादव, जीएम बीएसएनएल
स्वास्थ्य ठीक न होने से 15 दिन से छुट्टी पर हूं, डाकघर में सुबह 10 से शाम चार बजे तक केंद्र संचालित होता है। जानकारी करेंगे और अगर आवश्यकता है तो कंप्यूटर पर काम कर रहे कर्मचारी का सहयोग करने के लिए अतिरिक्त कर्मचारी लगाएंगे। लोगों को समस्या नहीं होने दी जाएगी।
-ऋषिकांत त्रिवेदी, डाकघर अधीक्षक


LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here