अमौली,फतेहपुर। विकास खंड मुख्यालय स्थित सीएचसी अस्पताल की स्वास्थ्य सेवाएं राम भरोसे चल रही है। स्वास्थ्य अधीक्षक से लेकर डॉक्टर, कर्मचारी समय पर न पहुंचकर मनमानी ढंग से ड्यूटी करते हैं, जबकि खुलने का समय सुबह 8 बजे से 2 बजे तक निर्धारित है। इमरजेंसी सेवाएं 24 घंटे उपलब्ध है। सीएचसी के अंतर्गत आने वाले गांवो से मरीज 5 से 10 किमी की दूरी तय करके गर्मियों के दिनों में धूप से बचने के लिए समय से इलाज के लिए पहुंचते हैं। मगर डाक्टरों का मरीज घंटो इंतेजार करते हैं। कुछ तो मायूस होकर निजी अस्पतालों का सहारा लेते है।
सीएचसी चिकित्सक की खाली पड़ी कुर्सी।
शनिवार को सीएचसी की पड़ताल में अस्पताल में खामियां ही खामियां नजर आईं। अधीक्षक सहित सभी डॉक्टर सुबह 9 बजे तक नदारद रहे और मरीज इलाज के लिए इंतजार कर तड़पते दिखे। अस्पताल के अंदर गंदगी, बेड में बिछे गंदे चादर, प्रसूताओं के लिए सुविधाएं ध्वस्त, डिलेवरी के नाम पर अवैध उगाही, पीने के पानी के लिए वाटर फ्रीज धूल खाते दिखे। कुछ मरीज़ो ने बताया कि सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए भटकना पड़ता है। कोई भी डॉक्टर समय से नहीं बैठते। जांच के नाम पर एक्सरे मशीन, पैथोलॉजी लैब की सुविधाएं होने के बावजूद बाहर से जांच कराते हैं। मानमनौवल के बाद डॉक्टर देखते भी है तो दवा सीएचसी के बाहर रखे मेडिकल स्टोर में लेने का प्रेशर बनाते हैं। जिस कारण निजी अस्पतालों का सहारा लेना पड़ रहा है। सरकार द्वारा चलाई जा रही स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए उन्ही के विभागीय अफसर से लेकर स्वास्थ्य कर्मी शासन की मंशा के अनुरूप काम न कर बड़े बड़े दावों पर पानी फेर रहे हैं।
जल्द होगा निरीक्षण : सीएमओ
अमौली/फतेहपुर। इस विषय पर जब मुख्य चिकित्साधिकारी राजीव नयन से बात की गई तो उनका कहना रहा कि जल्द ही सीएचसी का औचक निरीक्षण किया जाएगा। खामियां पाये जाने पर विभागीय कार्यवाही की जाएगी।