कानपुर। शादी कराने के नाम पर लूटपाट करने वाले गैंग के तीन आरोपियों समेत लुटेरी दुल्हन को ककवन थाना ने गिरफ्तार किया। इसमें एक महिला भी शामिल है। जो शादीशुदा होने के बाद भी ऐसे लोगों को अपनी जाल में फांसती थी जिनकी या तो शादी नहीं हुई या फिर शादी के बाद पत्नी मर चुकी हो। परिवार संभालने का लालच देकर सामने वाले को अपने विश्वास में लेती थी और फिर धोखा देकर नौ दो ग्यारह हो जाती थी। पुलिस उपायुक्त पश्चिम विजय ढुल ने गिरोह की गिरफ्तारी का खुलासा करते हुए बताया कि सजेती थाना, औरैया और झांसी में भी लुटेरी दुल्हन बनकर लोगों को लूटने का काम किया गया है। दोनों जिलों की पुलिस से भी संपर्क किया जा रहा है। मामला ककवन थाना क्षेत्र का है।
पुलिस उपायुक्त पश्चिम विजय ढुल ने बताया कि लुटेरी दुल्हन गैंग के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। जिसमें दीपक उर्फ रमेश पुत्र वंशलाल निवासी बिच्छीपुर रेउना, कानपुर नगर, रजनीश उर्फ पंडित पुत्र ओमप्रकाश श्रीवास्तव निवासी मौदहा जिला हमीरपुर, राजकुमार साहू उर्फ़ राजा पुत्र राम जी निवासी हैबतपुर पोस्ट कोड़ी थाना कोतवाली बलिया और मुस्कान यादव पुत्री राजेश निवासी पश्चिम टोला थाना हल्दी बलिया शामिल है।
उन्होंने बताया कि लुटेरी दुल्हन गैंग के सदस्य ऐसे घर को चिन्हित करते थे। जिनके पत्नी या तो मर चुकी है या फिर कहीं दूसरी जगह चली गई। परिवार संभालने का प्रलोभन देकर वह नजदीकी और शादी कराने का भी आश्वासन लेते थे। इसके बदले में पैसे की भी डिमांड होती थी। इसी प्रकार की एक शादी में 70 हजार रुपए की मांग हुई थी। मंदिर में सात फेरे और जय माल डालकर शादी हो जाती थी। जिसकी कोई कानूनी मान्यता नहीं है।
दुल्हन का भाई बनकर पति घर में रहने आ जाता था। रात नींद की गोली देकर सबको सुला देते थे और चुपचाप जेवर और नगदी लेकर मौके से भाग जाते थे। लूटी गई संपत्ति का आपस में बटवारा होता और फिर नए शिकार की तलाश में लग जाते। उन्होंने बताया कि औरैया और झांसी पुलिस से भी संपर्क किया जा रहा है। अभियुक्तों के पास से बड़ी संख्या में जेवर, मोबाइल आदि बरामद हुए हैं। आपराधिक इतिहास को भी खंगाला जा रहा है। पकड़ने वाली टीम में ककवन थानाध्यक्ष उप निरीक्षक अभिलाष कुमार मिश्रा, उप निरीक्षक शैंकी त्यागी, उप निरीक्षक सुधांशु, उप निरीक्षक अक्षय कुमार सहित और पुलिसकर्मी शामिल थे।