इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी नरेश उत्तम पटेल को स्थानीय होने का मिलेगा लाभ,फतेहपुर लोकसभा चुनाव में सपा प्रदेश अध्यक्ष के मैदान में आने से बना रोचक,गठबंधन प्रत्याशी सपा प्रदेश अध्यक्ष व भाजपा प्रत्याशी के बीच होगी कडी टक्कर

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फतेहपुर। इंडिया गठबंधन के संयुक्त प्रत्याशी सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने आज अपना नामांकन दाखिल किया। बसपा प्रत्याशी डाॅ.मनीष सचान व भाजपा प्रत्याशी केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति पहले ही अपना नामांकन पत्र दाखिल कर चुके हैं। सपा प्रत्याशी नरेश उत्तम पटेल के नामांकन के बाद फतेहपुर लोकसभा का चुनाव रोचक हो गया है और सपा व भाजपा में सीधी लडाई की सम्भावनाए बनने लगी है। अपनी बेदाग छबि वाले सपा प्रत्याशी नरेश उत्तम पटेल को स्थानीय होने का लाभ मिलेगा। क्योंकि भाजपा प्रत्याशी साध्वी निरंजन ज्योति जहाँ हमीरपुर की है वही बसपा प्रत्याशी डाॅ. मनीष सचान पुखरायां के निवासी है।

सपा प्रत्याशी नरेश उत्तम पटेल एक मझे हुए राजनीति के खिलाडी है। अपनी राजनीति की शुरुआत विद्यार्थी जीवन से की। विद्यार्थी जीवन से उनकी छबी एक प्रखर स्पष्टवादी वक्ता के रूप में उभर कर आई। श्री उत्तम जनता दल से पहलीबार फतेहपुर की जहानाबाद विधानसभा से विधायक चुने गए और प्रदेश के राज्यमंत्री बने। जाति धर्म सम्प्रदाय से ऊपर उठ कर राजनीति करने की वजह से इन्हें सभी जाति धर्म सम्प्रदाय का हमेशा से सहयोग मिला है। यही वजह है कि फतेहपुर लोकसभा से सपा द्वारा प्रत्याशी बनाए जाने पर लोगों ने खुशी जाहिर किया। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण नामांकन के दौरान उमडा जन सैलाब है।

जनपद फतेहपुर के जहानाबाद क्षेत्र के लहुरी सराय गांव निवासी नरेश उत्तम पटेल किसान स्वं रोशनलाल के बेटे है, इन्होंने ने अपनी प्राम्भिक शिक्षा के बाद कानपुर के पीपीएन कालेज से 1975 में ग्रेजुएशन किया, इसके बाद डीएवी कॉलेज से डीसी लॉ से वकालत की पढ़ाई कर छात्र संघ के अध्यक्ष बने। यही से शुरू हुआ नरेश उत्तम पटेल का राजनीतिक सफर। छात्र राजनीति के दौरान ही पहली बार कानपुर में मुलायम सिंह से मुलाकात हुई और खजुहा निवासी रमेश उत्तम जो कि पूर्व में डीएवी कालेज के छात्र नेता व अध्यक्ष रहे है, उनके ही सहयोग से मुलायम सिंह के साथ संबंधों को प्रगाढ़ किया। इसी दौरान गाजीपुर में हो रहे उपचुनाव में जा रहे उनके मित्र लोकदल युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रमेश उत्तम की एक दुर्घटना में मौत हो गई और रमेश की जगह मुलायम सिंह यादव ने नरेश उत्तम को लोकदल युवा मोर्चा के प्रदेश महासचिव बना दिया। सन 1985 में लोकदल के कद्दावर नेता व विधायक राम किशोर वर्मा ने विधानसभा चुनाव से राजनीति से सन्यास लेते हुए अपनी बागडोर नरेश उत्तम पटेल को दी और लोकदल पार्टी से इन्हें चुनावी मैदान में उतारा गया। लेकिन इस चुनाव में इन्हें हार का मुँह देखना पड़ा व कांग्रेस के प्रकाश अवस्थी चुनाव जीत गए। सन 1989 मे जब वीपी सिंह लोकसभा चुनाव लड़ रहे थे, उसी दौरान जहानाबाद विधानसभा से नरेश उत्तम पटेल को प्रत्याशी घोषित किया गया और इन्हें विधायक चुना गया। विधायक बनने के बाद मुलायम सिंह यादव उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने तो उन्होंने नरेश उत्तम पटेल को अपने मंत्रिमंडल में शामिल कर राज्यमंत्री का पद दिया।

नरेश उत्तम पटेल जहानाबाद विधानसभा से छह बार चुनाव लड़ चुके हैं, समाजवादी पार्टी जब स्थापना हुई, तो नरेश उत्तम पटेल को भी संस्थापक सदस्य में शामिल किया गया। सपा से इन्हे तीन बार एमएलसी बनाया गया। वर्ष 2017 में जब शिवपाल यादव व अखिलेश यादव के बीच मे टकराव हुआ तो अखिलेश यादव ने शिवपाल यादव को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटा दिया व उनके जगह पर नरेश उत्तम पटेल को प्रदेश अध्यक्ष पद दे दिया। वर्तमान में भी श्री उत्तम सपा के प्रदेश अध्यक्ष है।

राजनीति में अपनी साफ सुथरी छवि के रूप में पहचान बनाने वाले सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेन्द्र उत्तम पटेल को आठरवी लोकसभा के लिए समाजवादी पार्टी ने इण्डिया गठबंधन का सयुक्त प्रत्याशी घोषित किया है, फतेहपुर की राजनीति को धरातल से समझने वाले नरेश उत्तम पटेल की सीधी टक्कर भाजपा प्रत्याशी साध्वी निरंजन ज्योति से मानी जा रही हैं, जहाँ गठबंधन से प्रत्याशी होने का लाभ भी नरेश उत्तम को मिलेगा वही पिछले दस वर्षों से सांसद रही साध्वी निरंजन ज्योति को ग्रामीण क्षेत्रों में विकास ना होने की भी चुनौती भी झेलने पड़ेगी।

झूठे वादों की पार्टी है भाजपा-नरेश उत्तम।
समाजवादी पार्टी से नामांकन कराने के बाद प्रदेश अध्यक्ष ने पार्टी कार्यकर्ताओं व समथर्क शुभचिंतकों को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा सरकार झूठे वादों की पार्टी है, चुनाव के दौरान किये गए किसी भी वादे को पूरा नही किया हमारी सरकार जब आएगी तो हम किसानों का कर्ज माफ करेंगे, सरकारी विभागों में रिक्त पदों को भरकर शिक्षित नवयुवकों को रोजगार देने का काम करेंगे। कृषि से सम्बंधित यंत्रों व उर्वरकों से जीएसटी समाप्त कर देंगे। छोटे उघोग को प्रोत्साहित करेंगे और संविधान के अनुसार सबको भागेदारी देंगे।


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