हरिशंकर शर्मा कानपुर। जीएसवीएम मेडिकल कालेज से सम्बंद्ध अपर इंडिया शुगर एक्सचेंज जच्चा बच्चा अस्पताल की प्रो. डॉ सीमा द्विवेदी एवं उनकी टीम ने एक महिला के पेट से 5 किलो का ट्यूमर निकाल बचाई उसकी जान बचायी। महिला अब पूरी तरह से स्वस्थ्य है।
हैलट अस्पताल के जच्चा बच्चा में अब ऐसे जटिल और असंभव आपरेशन डाक्टरो के द्वारा किये जा रहे है जिसकी कल्पना पूर्व में करना भी बहुत कठिन था,लेकिन अब जटिल से जटिल आपरेशन कर डाक्टरो ने साबित कर दिया है कि जान बचाने के लिए डाक्टर्स अपनी सारी मेहनत और अनुभव झोंक देते है। ऐसा ही एक मामला मऊ निवासी 45 वर्षीय महिला का आया जिसके पेट दर्द एवं पेट में बढ़ती हुई गांठ के कारण भारीपन से एक वर्ष से बेहाल थी। दवा इलाज से कोई राहत नहीं मिल रही थी। जांच में भी ट्यूमर कहां का है स्पष्ट नहीं हो रहा था? मरीज जब डॉक्टर सीमा द्विवेदी की यूनिट में भर्ती हुई और उसकी पूरी जांच हुई तो पता चला की बच्चेदानी से निकलता हुआ 5 किलो का बड़ा ट्यूमर है। यह विगत 3 महीने में ही इतना बड़ा हो गया था। डॉ सीमा द्विवेदी एवं उनकी टीम जिसमें डॉ. प्रतिमा वर्मा, डॉ. श्रुति, डॉ. मोनिका, डॉ. आनंद के द्वारा जटिल सर्जरी करके महिला की जान बचाई गई। ऑपरेशन के उपरांत महिला स्वस्थ एवं प्रसन्न है। वही डॉ. सीमा द्विवेदी ने बताया कि विगत कुछ वर्षों से गर्भाशय में रसौली की समस्या महिलाओं में अत्यधिक बढ़ गई है। पहले इनका आकार प्रकार छोटा होता था और इनको बढ़ने में कई वर्षों लगते थे लेकिन आजकल बहुत बड़े आकार की और बहुत जल्दी इनमें बढ़त हो रही है। पहले इनमें कैंसर की संभावना बहुत कम थी लेकिन आजकल देखने में आ रहा है कि इनका कैंसर में परिवर्तन भी पहले की अपेक्षा अधिक हो रहा है। माहवारी की अधिकता, पेट में दर्द भारीपन, पेट का बढ़ना यदि यह लक्षण होते हैं तो महिलाओं को तुरंत डॉक्टरी सलाह लेनी चाहिए।