संरक्षित निराश्रित गोवंश को ग्रीष्म ऋतु से बचाने के लिए जिलाधिकारी ने प्रबंधन के दिए निर्देश

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फतेहपुर।23 अप्रैल।ग्रीष्म ऋतु से संरक्षित निराश्रित गोवंश को बचाने के लिए जिलाधिकारी सी इंदुमती ने प्रबंधन के निर्देश जारी किया है यह जानकारी देते हुए जिलाधिकारी फतेहपुर श्रीमती सी. इंदुमती ने बताया कि वर्तमान में प्रदेश में ग्रीष्म ऋतु का प्रारम्भ हो चुका है, संरक्षित निराश्रित गोवंश को ग्रीष्म ऋतु से बचाने हेतु समुचित प्रबन्धन सुनिश्चत कराया जाना अति आवश्यक है, इस हेतु निम्नानुसार कार्यवाही समयबद्ध रूप से की जाए।प्रत्येक निराश्रित गौ आश्रय स्थल पर विशेष निगरानी करते हुए गोवंश को धूप एवं गर्मी से बचाने के लिए पर्याप्त छाया की व्यवस्था की जाये तथा शेड को गर्म हवाओं के प्रकोप से बचाने के लिए तिरपाल अथवा टाट/बोरे से ढ़का जाये। यह भी सुनिश्चित कराया जायें कि गो आश्रय स्थलों पर पर्याप्त मात्रा में भूसा एवं अन्य आवश्यक फीड यथा हरा चारा, दाना इत्यादि की पर्याप्त व्यवस्था बनी रहें गोवंश को पीने के लिए स्वच्छ एवं ताजा पानी की पर्याप्त व्यवस्था की जाये।सम्बन्धित पशु चिकित्साधिकारियों द्वारा संरक्षित स्थान पर रख कर उपचार की व्यवस्था की जाये। बीमार तथा अशक्त गौवंशों को छायायुक्त सुरक्षित स्थान पर रखकर उपचार की व्यवस्था की जाये। यदि किसी गो आश्रय स्थल पर गोवंश की मृत्यु होती है तो गोवंश के शव का निस्तारण यथाशीघ्र एवं सम्मानजनक ढंग से किया जाय, जिससे गर्मी के कारण शव का पुट्रीफैक्शन (विघटन) न होने पाए औ बीमारी के फैलने का खतरा उत्पन्न न हो।गो आश्रय स्थलों पर रात्रिकालीन के समय चौकीदार की नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करायी जायें।गो आश्रय स्थलों पर आगजनी से बचाव हेतु समुचित प्रबन्ध किये जायें तथा फायर स्टेशन का दूरभाष नम्बर प्रत्येक गो आश्रय स्थल पर अंकित कराया जायें। गौ आश्रय स्थलों पर विद्युत आपूर्ति की व्यवस्था तथा ससमय पानी की आपूर्ति सुनिश्चित की जाये। कृपया उपर्युक्तानुसार कार्यवाही शीर्ष प्राथमिकता पर समयबद्ध रूप से सुनिश्चित की जाये।


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