फतेहपुर।शहर के नऊवाबाग स्थित नर्सिंग होम में तीन दिन पूर्व आपरेशन के दौरान बच्चे को जन्म देने के बाद जच्चा की हालत बिगड़ गई। जिस पर उसे कानपुर के लिए रेफर कर दिया। जिसकी रास्ते में मौत हो गई। मृतका के परिजनों ने हंगामा काटा। परिजनों को तीन दिन बाद सदर चौकी में मरा हुआ बच्चा सौंपा गया। जिस पर पिता का कहना है कि वह उसका बच्चा नहीं है और उसके जीवित बच्चे को गायब कर दिया है। बताते चलें कि सुल्तानपुर घोष थाना क्षेत्र के चकअब्दुल्लापुर गांव निवासी पितांबर की पत्नी उर्मिला को 16 अप्रैल की रात प्रसव के लिए शहर के नऊवाबाग स्थित मदर केयर नर्सिंग होम लाया गया जहां डाक्टर ने आपरेशन किया। महिला ने एक बच्चे को जन्म दिया और कुछ ही देर बाद उसकी हालत बिगड़ गई। जिस पर डाक्टर ने उसे कानपुर रेफर कर दिया। परिजन महिला को लेकर कानपुर जा रहे थे तभी रास्ते में उसकी मौत हो गई। परिजन उसे जिला
दो युवकों को हिरासत में लेकर जाती पुलिस।
चिकित्सालय लाए। जहां चिकित्सक ने महिला को मृत घोषित कर दिया। सूचना पर पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया है। आज दिन में लगभग एक बजे एक कागज के डिब्बे में मरे हुए बच्चे को सदर अस्पताल लाकर पुलिस को सौंपा गया। चौकी में मौजूद मृतका के पति का कहना है कि यह उसका बच्चा नहीं है। जन्म के बाद उसने बच्चे को नहीं देखा है। उसकी पत्नी ने जीवित बच्चे को जन्म दिया था डाक्टर ने बच्चे को बदल दिया है। कोतवाली प्रभारी राजेंद्र सिंह का कहना है कि मामले की तहकीकात की जा रही है। सच्चाई सामने आने पर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होने बताया कि राकेश पुत्र रामदीन निवासी हरदौली थाना बबेरू जनपद बांदा व उसके एक साथी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।