फतेहपुर।असोथर थाना क्षेत्र के सरकंडी चैकी क्षेत्र के उसरा डेरा गांव के पास संदिग्ध परिस्थितियों में खेत में खड़ी पकी गेंहू की फसल में अचानक आग लगने से आग की लपट देखकर किसान खेत की ओर भागे और आग बुझने का प्रयास करने लगे। तेज हवा के कारण आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। किसानों ने खेत में लगी गेंहू की फसल में आग लगने की सूचना फायर ब्रिगेड टीम को दिया लेकिन दो घंटे बाद भी फायर ब्रिगेड टीम नहीं पहुच सकी। आग लगने से किसान राजकरन तिवारी पुत्र शिरोमणि के 15 बीघा, रामानंद तिवारी पुत्र उमाशंकर का दो बीघा, संतोष पुत्र पूतना निषाद का 6 बीघा, रामचरण सविता पुत्र जगपत की तीन बीघा, ओम प्रकाश विश्वकर्मा पुत्र राम आसरे का एक बीघा, जयनन्द त्रिपाठी पुत्र उमाशंकर त्रिपाठी का तीन बीघा कुल 32 बीघा
आग से जलकर खाक हुई गेहूं की फसल।
गेंहू की फसल जलकर खाक हुई है। किसान राजकरण तिवारी, संतोष निषाद, रामचरण ने आरोप लगाया कि गांव के रहने वाले नुन्नू दर्जी ने महुआ के पेड़ की गिरी हुई पत्तियों को इक्कठा कर आग लगाया था। आग बुझने के बाद भी उसमें से निकली चिंगारी पांच मीटर दूर खेत में खड़ी गेंहू की फसल में करीब 12 बजकर 30 मिनट के आस पास पहुंचने से आग लगी है। उसके बाद आग लगने की सूचना फायर ब्रिगेड टीम को दिया गया लेकिन फायर ब्रिगेड की गाड़ी नही आयी। आग लगने के सूचना पर पहुंचे चैकी इंचार्ज सरकंडी विंनोद कुमार निगम ने पुलिस टीम और ग्रामीणों के मदद से बाल्टी में पानी भरकर खुद भी आग बुझने में लगे रहे। करीब दो घंटे की कड़ी मशक्कत बाद आग पर काबू पाया गया। चैकी इंचार्ज और पुलिस कर्मियों के इस कार्य को देखकर किसानों ने उनकी प्रशंसा किया।