कितने बदल गए हैं अहसास जिंदगी के, वो दूर दूर दिखते जो पास जिंदगी के ,होली मिलन एवं कवि सम्मेलन समारोह में कवियों की बही काव्य कि धारा

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कानपुर।चकेरी स्थित दर्शन गेस्ट हाउस नियर केपीएस पब्लिक स्कूल में होली मिलन एवं कवि सम्मेलन समारोह में कानपुर के जाने माने व्यंगात्मक कवि धीरपाल सिंह “धीर” ने कार्यक्रम में अपनी कविता कही “कितने बदल गए हैं अहसास जिंदगी के, वो दूर दूर दिखते जो पास जिंदगी के” मानवीय संवेदनाओं में पढ़ा गीत जिस पर कार्यक्रम में बैठे वरिष्ठ जनों ने तालियां बजाकर वाह वाही कि कार्यक्रम कि अध्यक्षता इटावा से आए वरिष्ठ कवि महेश मंगल ने कि और अपनी कविता के रस से सभी को विभोर कर दिया “कुटिल नीति का घोर विरोधी मात्र भूमि अनुरागी हूं, सच की सच कहने वाला चलता फिरता बैरागी हूं” वही कवियों कि काव्य धारा में कानपुर से कवि अजय शादाब और लाल सिंह ने अपनी रचनात्मक कविताओं से होली मिलन एवं कवि सम्मेलन समारोह में रंग मंच बनाया

आयोजित कार्यक्रम सैनिक मित्र फाउंडेशन द्वारा कराया गया जिसके संयोजक के.के.सिंह रहें होली मिलन एवं कवि सम्मेलन समारोह कार्यक्रम में विभिन्न जिलों से आये कवियों ने अपनी कविताओं से कार्यक्रम को रंग मंच बनाकर कर अपनी अपनी कविताओं की सुंदर प्रस्तुति प्रस्तुत की इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से न्यायाधीश आर.एन.सिंह, कर्नल योगेंद्र सिंह सचान,फतेहपुर जिले से समाजसेवी सुरेंद्र सिंह गौतम आदि वरिष्ठ लोग कार्यक्रम में उपस्थित रहें।


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