फतेहपुर, । लोकसभा चुनाव की जुबानी सियासत में गरमाहट आ चुकी है लेकिन जिन जांबाजों को संसद पहुंचने की फाइट लडनी है। उनका अता पता नही है। अकेले भाजपा का उम्मीदवार घोषित हो सका है। साध्वी तीसरी बार चुनाव लडने जा रही हैं जबकि विपक्ष में अभी तक सन्नाटा है। कौन किस दल से चुनाव लडेगा। कुछ खुलासा नहीं हो पा रहा है; हां जनता जरूर, अपने अपने स्तर पर कयास का गुणाभाग लगाती नजर आ रही है। जिले में मौजूदा सांसद भाजपा की हैं। जो दो बार से फतेहपुर ससंदीय सीट का प्रतिनिधित्व कर रही हैं। सपा की तरफ से अभी तक कुर्मी बिरादरी की उम्मीदवारी की ही चर्चा सुनने को मिल रही है। बाकी कौन चुनाव मैदान में उतरेगा। यह तस्वीर अभी तक ओझिल है। दो बार इस सीट पर कामयाबी का परचम लहरा चुकी बसपा भी पूरी तरह से खामोश नजर आ रही है;। बसपा से भी अभी तक कुछ तय नहीं है। हां सपा की तरह, उम्मीदवारी जताने
वाली संख्या जरूर बढती जा रही है। ऐसा माना जा रहा है कि यह पार्टी मुस्लिम प्रत्याशी को तरजीह दे सकती है। कांग्रेस का दावा तो दूर दूर तक नजर नहीं आ रहा है। कांग्रेस के जिलाध्यक्ष अखिलेश पांडेय भी पार्टी छोडकर भाजपा में शामिल हो चुके हैं। कांग्रेस इस सीट पर सबसे ज्यादा चुनाव जीतने के बाद मौजूदा कई चुनाव से जिस दौर से गुजर रही है। उसे दुर्दिन ही कहा जा सकता है। यह चुनाव को कांग्रेस को पवैलियन के बाहर से देखना हैं। जिससे कांग्रेसी सरगर्मी खामोश है। हाल यह है कि इस पार्टी की चुनावी सरगर्मी अभी तक सिर्फ चुनावी बहस का मुदृदा बनी हुई है। भाजपा ने इस सीट पर एक बार फिर से जीत हासिल करने की जिस कार्ययोजना पर चलना शुरू किया है। वह भी विपक्ष खेमे में देखने को नहीं मिल रहा है। राजनीति के जानकारों की माने तो गैर सपाई दल, इस पार्टी की उम्मीदवारी का इंतजार कर रहे हैं।