प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअल माध्यम से हरी झंडी दिखाकर रेलवे साइडिंग का किया लोकर्पण

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संवाददाता घाटमपुर कानपुर।यमुना तटवर्ती स्थित उत्तर प्रदेश नेयवेली पावर प्लांट लिमिटेड (एनयूपीपीएल) के हमीरपुर स्टेशन में मंगलवार सुबह झारखंड के डुमका जिला के पचवारा साउथ ब्लाक से कोयला लादकर ट्रेन की पहली खेप पहुंची। यहां आयोजित उद्घाटन कार्यक्रम में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा वर्चुअल माध्यम से कोयला लदी ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। जिसके बाद पहली ट्रेन कोयला लेकर पावर प्लांट के अंदर घुसी है। 58 बोगियों में 4000 मैट्रिक टन कोयला पहुंचा है। मंगलवार शाम यहां पर दूसरी कोयले से लदी ट्रेन पहुंची। पावर प्लांट के सीईओ संतोष सीएस ने प्रेस वार्ता कर बताया कि नेयवेली पावर प्लांट 1980 मेगावाट का प्लांट है। इसमें 660 मेगावट की तीन यूनिट हैं। जिसकी पहली यूनिट बनकर तैयार है। बीते दिनों डीजल से यूनिट को चलाकर कर ग्रिड सिंक्रोनाइजेशन किया गया था। इस उपलब्धि के बाद अब कोल फायरिंग टेस्ट किया जाना है। यह टेस्ट महीने के आखीर तक किया जाएगा। जिसके लिए पावर प्लांट में तैयारियों जोरों पर चल रही है। जल्द पहली यूनिट का बिजली उत्पादन शुरू कर देश को समर्पित कर दिया जायेगा। नेयवेली पावर प्लांट में बनने वाली बिजली असम तक पहुंचेगी। नेयवेली पावर प्लांट एनएलसी(नेयवेली लिग्नाइट कार्पोरेशन) इंडिया लिमिटेड और उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड का संयुक्त उपक्रम है। यहां मौके पर रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव, डीजीएम एचआर वैंकेटा स्वामी समेत हमीरपुर राज्य सभा सांसद, बाबूराम निषाद,जिला पंचायत अध्यक्ष कानपुर देहात राजेंद्र सिंह, जीतू सिंह चंदेल, पूर्व प्रधान संघ जिलाध्यक्ष चंद्रभान सिंह परिहार, सदस्य जिला पंचायत सदस्य पति रामकरन निषाद, दशरथ गुप्ता,महावीर निषाद, सद्दाम मंसूरी, शरीफ मंसूरी, पिंटू ठाकुर, रामजी जादौन, पं.अनूप शर्मा सहित प्लांट के अधिकारी कर्मचारी रहे मौजूद

उत्तर प्रदेश नेयवेली पावर प्लांट लिमिटेड (एनयूपीपीएल) के अंदर पहली 58 बोगी की ट्रेन लगभग 4000 मैट्रिक टन कोयला लेकर पहुंची। यहां पावर प्लांट के अंदर रेलवे साइडिंग के पास कोयला का स्टॉक लगाना शुरू किया गया है। शाम को यहां पर दूसरी ट्रेन कोयला लेकर पहुंची जिससे अब प्लांट में कोयला स्टॉक होना शुरू हो गया है। मार्च महीने के आखीर कोल फायर टेस्टिंग कराई जाएगी।

असम सरकार की प्लांट में 20 प्रतिशत की हिस्सेदारी

नेयवेली लिग्नाइट कार्पोरेशन (एनएलसी) इंडिया लिमिटेड और उप्र राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड का संयुक्त उपक्रम एनयूपीपीएल का यह यमुना तटवर्ती स्थित पावर प्लांट स्थित है। एनएलसी इंडिया की 51 प्रतिशत तो उप्र राज्य विद्युत उत्पादन की 49 प्रतिशत की हिस्सेदारी है।असम सरकार कंपनी के 20 प्रतिशत शेयर खरीद चुकी है। जिसके चलते अब असम सरकार की भी पवार प्लांट में हिस्सेदारी निश्चित। प्रति यूनिट बिजली की कीमत 5.30 रुपए होगी। नेयवेली पावर प्लांट के सीईओ के मुताबिक कंपनी आने वाले 25 सालों के हिसाब से प्रति यूनिट बिजली की कीमत तय करेगा। जिसके लिए लगभग 5.30 रुपए प्रति यूनिट का अनुमान चलाया जा रहा है। आने वाले 10 सालों में पावर प्लांट की पूरी लागत वसूल हो जायगी जिसके बाद कंपनी को इजाफा होना शुरू होगा।


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