प्रमुख संवाददाता अजहर उद्दीन गाजीपुर फ़तेहपुर। विभागीय सूत्रों की मानें तो बहुवा विकास खंड के गाजीपुर प्रशव केन्द्र सरकारी अस्पताल में मिडिया में ख़बर छपने के बाद भी लेन-देन में कोई असर नहीं पड़ा मीडिया को चैलेंज देते आज भी खुले आम पैसे लेती महिला कर्मी विडियो में दिखाई देती है जिसमें कारवाई न होने से हौसले बुलंद इन महिला कर्मीयों को उच्च अधिकारियों से आशीर्वाद प्राप्त का संकेत कर रहा है जिसमें 300 रूपए प्रति प्रशव प्रभारी को दिया जाता है जहां लगभग एक महीने में 150 से 200 प्रशव होते बताये जाते हैं जहां लगभग 14 वर्षों से जमा प्रभारी पंकज गुप्ता ने छेत्र के छोटभइया नेताओं व अराजकतत्वों से अच्छी पैठ बना रक्खा है जहां साम ढलते ही अराजक तत्वों का जमावड़ा लग जाता और शराब पार्टी भी होती है कभी कभी प्रशव मरीज़ के साथ आई महिलाओं को जलाता भी सुन्नी पड़ती जिसका शिकवा सिकायत का भी कोई असर नहीं होता है जहां खुले आम प्रशव केन्द्र में 1000 से 2500 सौ रुपए संविदा फील्ड कर्मी व दो प्राइवेट लड़ियों के माध्यम से लिया जाता है न देने पर रिफर कर दिया जाता है जिसके विडियो सोशल मीडिया में तेजी से तैर रहे हैं वहीं प्रभारी द्वारा जन्म प्रमाणपत्र में 200 रु आशा बहुओं के माध्यम से व मेडिकल रिपोर्ट बनाने में कस्बे के दो दलालों के माध्यम से 3000 से 5000 हजार रुपए तक लिए जाते हैं अगर किसी ने सिकायत करने की बात कहता है तो ये दलाल मारने पीटने की धमकी देते हैं और प्रभारी पंकज गुप्ता कहता है कि आप लोग मेरा कुछ भी नहीं कर पाएंगे जिसमें छेत्र की जन्ता ने लम्बे समय से जमें डाक्टर को ट्रांसफर किया जाना चाहिए जिससे छेत्र की जनता लुटने से बच सके
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