संदीप प्रजापति अमौली/फतेहपुर अधिकतर गांव में स्वच्छ भारत अभियान चलाकर लोगों को खूब जागरूक किया गया और इसके लिए सरकार ने करोड़ो रूपये भी खूब खर्च किये लेकिन धरातल में इसका आज भी कोई प्रभाव नही पड़ा है जो अमौली विकास खण्ड के अंतर्गत ग्राम सभा गोहरारी गांव में देखने को मिल रहा है।बता दे की गोहरारी ग्राम सभा के मजरे खदरा के ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान और सचिव पर आरोप लगाते हुए बताया है की गांव के अंदर दलदल युक्त रास्ते में साफ सफाई व सड़क मरम्मती करण इंटर लॉकिंग के लिए पास हुए बजट में से धन का बंदर बाट कर धांधली करने हुए जमकर भ्रष्टाचार किया है।जिसका ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन कर आक्रोश जताया है।ग्रामीणों ने बताया की रास्ते में साल के बारह महीने लगातार गन्दा पानी भरे रहने से स्कूल जाने के लिए छोटे बच्चे और बुजुर्ग आय दिन गिरकर चोटिल होते रहते है आपातकालीन समय पर एम्बुलेंस मौके में नही पहुँचपाती जिससे गांव के लोग इस बड़ी समस्या से जूझ कर नारकीय जीवन जीने को मजबूर हो रहे है।ग्रामीणों ने इसकी मुख्य वजह ग्राम प्रधान और पंचायत सचिव की मनमानी व महिला ग्राम प्रधान की आड़ में गांव के मठाधीश को प्रधानी चलाने का आरोप लगाते हुए मनमानी ढंग से गांव के विकास कार्यो पर रोड़ा होना बताया है।इस जन समस्या की लिखित एवं मौखिक शिकायत कई बार ब्लॉक स्तर से लेकर तहसील स्तर तक की है लेकिन किसी भी जिम्मेदार ने इस जन समस्या के निस्तारण का कोई प्रभावी हल निकाला जाना मुनासिब नही समझा।नतीजन यथा स्थिति आज भी जस की तस बनी हुई है।
इस बावत खण्ड विकास अधिकारी विपुल विक्रम सिंह व पंचायत सचिव मनमोहन को कई बार फोन मिलाने पर फोन नही उठा।